कर्ण मिश्रा, ग्वालियर। राजशाही से लेकर लोकशाही के हर दौर में रियासत और सियासत का पॉवर सेंटर रहा सिंधिया राजवंश का जयविलास पैलेस एक बार फिर सुर्खियों में है। रविवार की शाम जयविलास महल में गृह मंत्री अमित शाह मेहमान बनकर आए। अमित शाह ने जयविलास में सोने से जड़े दरबार हॉल और ऐतिहासिक वैभव को देखा। डायनिंग टेबल पर राजशाही दौर में भोजन परोसने वाली चांदी की ट्रेन देख अमित शाह ने उसके इतिहास की जानकारी ली। अमित शाह के दौरे के साथ ही आज भारतीय इतिहास में एक नया अध्याय दर्ज हुआ। आज “सिंधिया के जयविलास महल में महारानी लक्ष्मीबाई” की एंट्री हुई है। जयविलास पैलेस की नव निर्मित हिस्टॉरिकल गैलरी ”गाथा स्वराज की” में रानी लक्ष्मीबाई सहित देश के 300 मराठा राजघरानों के शौर्य को दिखाया गया है। गैलरी में रानी लक्ष्मीबाई को सहित पूरे परिवार की शौर्यगाथा शामिल की गई है। रानी सहित 300 मराठा राजघरानों की याद में ज्योति स्तंभ भी लगाए। इस गैलरी का शुभारंभ अमित शाह ने किया। इस दौरान सिंधिया परिवार ने अमित शाह को मराठों के गौरवशाली इतिहास के खास पहलू भी बताए। इस दौरान सीएम शिवराज सिंह चौहान, गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा, ग्वालियर के प्रभारी मंत्री तुलसीराम सिलावट, ऊर्जा मंत्री प्रद्युमन सिंह तोमर, परिवहन एवं राजस्व मंत्री गोविंद सिंह राजपूत, सांसद विवेक नारायण शेजवलकर भी मौजूद रहे।
बतादें कि सिंधिया राजपरिवार की 160 साल तक रानी लक्ष्मीबाई के नाम से दूरियां रही है। 160 साल के इतिहास में सिंधिया परिवार के ज्योतिरादित्य ने रानी लक्ष्मीबाई को सम्मान दिया है। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने पहले रानी लक्ष्मीबाई समाधि पर जाकर नमन किया था। वहीं अब जयविलास में रानी लक्ष्मीबाई की गौरवशाली इतिहास की झलक मिलेगी। गौरतलब है कि सिंधिया शासकों पर 1857 की क्रांति में रानी का साथ न देने के आरोप लगते रहे हैं। “गाथा स्वराज की ” गैलरी तैयार हुई। मराठा साम्राज्य के संस्थापक शिवाजी महाराज और सिंधिया साम्राज्य के संस्थापक महादजी सिंधिया को समर्पित किया गया है। देशभर में राज करने वाले मराठा साम्राज्य के 300 शासकों का इतिहास दर्ज किया गया है। इनमें झांसी की महारानी लक्ष्मीबाई और उनके परिवार का गौरवशाली इतिहास भी शामिल है। रानी लक्ष्मीबाई के परिवार, साम्रज्य, संस्कृति, युद्धकौशल का उल्लेख किया गया है। वीरांगना झांसी की रानी के अलावा सिंधिया रियासत की महारानी रहीं वैजाबाई ,से लेकर राजमाता विजयाराजे सिंधिया तक के सुन्दर और भावनात्मक पोट्रेट लगाय गए हैं। गैलरी में देश के प्रमुख मराठा शासक सिंधिया , गायकवाड़, होल्कर, नेवालकर, भौंसले और पंवार जैसे तीस मराठा रियासतों के बारे में उल्लेख किया गया है। उस समय इन मराठा शासकों ने मुगलों से जमकर मुकाबला करते हुए लोहा लिया था और कई स्थानों पर उन्हें परास्त भी किया था।
इससे पहले केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने ग्वालियर में 450 करोड़ रुपए से बनने वाले राजमाता विजयाराजे सिंधिया एयर टर्मिनल के विस्तार का शिलान्यास किया। मेला ग्राउंड में आम सभा को भी संबोधित किया। इस दौरान केंद्रीय गृह मंत्री ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण, कश्मीर से अनुच्छेद-370 हटाना, मुफ्त में कोरोना वैक्सीन और गरीबों को मुफ्त राशन समेत पीएम मोदी के सभी बड़े कामकाज और फैसले गिनाए। शाह ने कहा कि फिर से चुनाव आने वाले हैं। गलती मत करना। पीएम मोदी पर भरोसा करना और कमल पर बटन दबाना।
सीएम शिवराज की तारीफ
गृहमंत्री अमित शाह ने सीएम शिवराज सिंह की तारीफ करते हुए कहा कि लगता है शिवराज जी ने कोई यज्ञ किया है, मध्यप्रदेश रोज सुर्खियों में रहता है। हाल ही में प्रधानमंत्री मोदी ने उज्जैन में ‘महाकाल लोक’ की सौगात दी। पीएम मोदी ने तुष्टिकरण की राजनीति की बजाय सबका सम्मान किया। अमित शाह ने कहा कि अटल बिहारी वायपेयी ने ग्वालियर की धरती को अपनी कर्मभूमि बनाया और प्रधानमंत्री बने। राजमाता विजयराजे सिंधिया एयरपोर्ट का शिलान्यास हम सबने मिलकर किया है। शाह ने सिंधिया की भी तारीफ की। उन्होंने कहा कि सिंधिया जी के प्रयास से भव्य एयरपोर्ट की योजना जमीन पर उतरने जा रही है। शाह ने कहा कि शिवराज के नेतृत्व में मध्यप्रदेश विकास के नए आयाम लिखेगा।
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ग्वालियर विकास में इंदौर और भोपाल को पीछे छोड़ेगा- सीएम शिवराज
वहीं शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि अब चंबल का पानी पीने के लिए ग्वालियर और मुरैना काे दिया जाएगा। प्रधानमंत्री ने अभी चीतों की सौगात दी थी। ग्वालियर विकास में इंदौर और भोपाल को पीछे छोड़ेगा। 5 हजार 7 करोड़ की ग्वालियर संभाग के लिए सिचाई योजना शुरू की है। ओलावृष्टि से खराब फसलों पर पूरा मुआवजा दिया जाएगा।
सौर ऊर्जा से संचालित होगा एयर टर्मिनल- सिंधिया
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि 18 महीने की कांग्रेस सरकार में ग्वालियर चंबल को अकेला छोड़ा गया था। एयरपोर्ट 180 एकड़ में बनने जा रहा है। इसका आकार 30 हजार वर्गफीट से बढ़कर 2 लाख वर्गफीट हो जाएगा। यह इंदौर और भोपाल से बड़ा होगा। 450 करोड़ की लागत का एयर टर्मिनल सौर ऊर्जा से संचालित होगा। इसके अलावा, मुंबई-ग्वालियर फ्लाइट अब चार दिन चलेगी। ग्वालियर– चंबल में 4300 करोड़ रुपए की नलजल योजना की शुरुआत भी होगी।
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