भोपाल। मध्यप्रदेश नगरीय निकाय चुनाव की तस्वीर साफ हो गई है. एमपी की 16 नगर निगम में से बीजेपी 9, कांग्रेस 5, आप 1 और 1 निर्दलीय प्रत्याशी की जीत हुई है. 16 में से 7 सीट बीजेपी के हाथ से निकल गई है. भले ही बीजेपी अपना ऐतिहासिक जीत बता रही है, लेकिन पिछले बार की अपेक्षा नुकसान हुआ है. अब मप्र चुनाव में AIMIM और आप की भी एंट्री हो गई है.

पहले चरण में 11 नगर निगमों में 17 जुलाई को नतीजे आ गए थे. जिसमें भोपाल, इंदौर, खंडवा, बुरहानपुर, उज्जैन, सागर और सतना में बीजेपी ने जीत दर्ज की है. कांग्रेस ने जबलपुर, ग्वालियर और छिंदवाड़ा पर कब्जा किया है. वहीं सिंगरौली से आम आदमी पार्टी की रानी अग्रवाल मेयर बनीं हैं.

दूसरे चरण के 5 नगर निगम में से कटनी में बीजेपी की बागी निर्दलीय प्रत्याशी की जीत दर्ज हुई है. रतलाम और देवास में बीजेपी ने कब्जा किया है. वहीं रीवा और मुरैना में कांग्रेस की जीत हुई है. इस तरह कांग्रेस के खाते में कुल 5 नगर निगम चली गई है. जबकि पिछली बार एक भी निगम कांग्रेस के पास नहीं थी.

नगरीय निकाय चुनाव के फाइनल रिजल्ट

मप्र के 16 नगर निगम में से बीजेपी 9, कांग्रेस 5, आप 1, निर्दलीय 1

महाकौशल की 3 सीटों में से बीजेपी 0, कांग्रेस 2, निर्दलीय 1

विंध्य की 3 सीटों में से बीजेपी 1 , कांग्रेस 1 , आप 1

ग्वालियर-चंबल की 2 सीटों में से बीजेपी 0, कांग्रेस 2

मालवा की 4 सीटों में से बीजेपी 4, कांग्रेस 0

निमाड़ की 2 सीटों में से बीजेपी 2, कांग्रेस 0

मध्यप्रदेश में बीजेपी ने 16 में से 7 मेयर गंवा दिए हैं. विंध्य में बीजेपी की जड़ें कमजोर हो गईं हैं. विंध्य में कांग्रेस ने रीवा निगम से वापसी की है. महाकौशल में कमलनाथ का कमाल दिखने को मिला है. जबलपुर समेत महाकौशल में बीजेपी की बुरी तरह हार हुई है. जिसका असर आने वाले विधानसभा चुनाव में भी देखने को मिल सकता है.

इसके अलावा नगरीय निकाय चुनाव के रास्ते आप (आम आदमी पार्टी) की एमपी में आमद हो गई है. सिंगरौली में रानी अग्रवाल मेयर बनीं हैं. खंडवा-बुरहानपुर के रास्ते ओवैसी की पार्टी AIMIM की एंट्री हो गई है. कांग्रेस के लिए AIMIM वोट कटुवा पार्टी बन गई है. जहां कांग्रेस की हार हुई है, वहां ओवैसी की पार्टी ने वोट काटे हैं.  

नए टिकट वितरण फार्मूले से बीजेपी को नुकसान हुआ है. चंबल में कांग्रेस ने खुद को मजबूत साबित किया है. सिंधिया के बगैर कांग्रेस ने खुद को स्थापित किया है. बीजेपी के मेयर कैंडिडेट हारे, लेकिन पार्षदों का बहुमत मिला है. कई मंत्रियों के इलाके में बीजेपी को हार का मुंह देखना पड़ा है. इस तरह कुल मिलाकर बीजेपी को पिछली बार के मुकाबले नुकसान हुआ है.

कहां कौन बना महापौर ?

कटनी नगर निगम में निर्दलीय प्रत्याशी (बीजेपी बागी) प्रीति सूरी 5287 वोट से जीत गईं हैं. कांग्रेस प्रत्याशी श्रेहा खंडेलवाल और बीजेपी प्रत्याशी ज्योति दीक्षित को हार का सामना करना पड़ा है.

रतलाम नगर निगम में बीजेपी प्रत्याशी प्रह्लाद पटेल 8608 वोट से जीत गए हैं. कांग्रेस मयंक जाट को हार का सामना करना पड़ा है.

देवास नगर निगम में बीजेपी प्रत्याशी गीता दुर्गेश अग्रवाल 45 हजार 864 वोट से जीत गईं हैं. कांग्रेस प्रत्याशी विनोदिनी रमेश व्यास हार गईं हैं.

रीवा नगर निगम में कांग्रेस प्रत्याशी अजय मिश्रा 10228 वोट जीत हुई है. बीजेपी प्रबोध व्यास को हार मिली है. यहां 23 साल बाद कांग्रेस की नगर सरकार बनी है.

मुरैना नगर निगम में कांग्रेस प्रत्याशी शारदा राजेन्द्र सोलंकी करीब 16 हजार वोट से जीत दर्ज की है. भाजपा प्रत्याशी मुकेश मीना जाटव को हारी हैं. केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर का गढ़ मुरैना भी ढह गया.

उज्जैन, सतना और इंदौर से कांग्रेस के तीनों वर्तमान विधायक को बनाया गया था. जिन्हें हार का सामना करना पड़ा है. इंदौर कांग्रेस प्रत्याशी व वर्तमान विधायक संजय शुक्ला, कांग्रेस के वर्तमान विधायक और प्रत्याशी सिद्धार्थ कुशवाहा और कांग्रेस के वर्तमान विधायक और महापौर प्रत्याशी महेश परमार हार गए.

बुरहानपुर नगर निगम से बीजेपी ने महापौर में जीत का खाता खोला है. बीजेपी प्रत्याशी माधुरी अतुल पटेल 538 वोटों से जीत दर्ज की हैं.

छिंदवाड़ा में कांग्रेस प्रत्याशी अहाके 3547 वोट से जीत दर्ज की है. बीजेपी प्रत्याशी आनंत धुर्वे हार गए.

सतना नगर निगम में बीजेपी प्रत्याशी योगेश ताम्रकार 24816 हजार वोट से जीते हैं. यहां कांग्रेस के विधायक सिद्धार्थ खुशवाहा हार गए हैं.

उज्जैन नगर निगम भाजपा प्रत्याशी मुकेश टटवाल 930 वोटों से जीत गए हैं. वर्तमान कांग्रेस विधायक महेश परमार को हार मिली है. 

सागर नगर निगम में बीजेपी प्रत्याशी संगीता तिवारी 12665 वोट से जीत गई हैं. कांग्रेस प्रत्याशी निधी जैन हार गईं.

खंडवा नगर निगम में बीजेपी महापौर प्रत्याशी अमृता यादव ने 19 हजार 763 वोट से जीत दर्ज की है.

सिंगरौली नगर निगम में आप (आम आदमी पार्टी) प्रत्याशी रानी अग्रवाल ने बाजी मारी है. 9149 मतों से जीत हासिल की है. 

जबलपुर नगर निगम में कांग्रेस प्रत्याशी जगत बहादुर 44225 हजार वोट से जीत गए हैं. इंदौर, उज्जैन में कांग्रेस ने अपने विधायकों को महापौर चुनाव में उतारा है. तीनों हार गए हैं.

इंदौर नगर निगम में भाजपा प्रत्याशी पुष्यमित्र भार्गव ने कांग्रेस प्रत्याशी व वर्तमान विधायक संजय शुक्ला को 1,33,992 वोटों से हरा दिया है. 

ग्वालियर में कांग्रेस प्रत्याशी शोभा सिकरवार ने 28805 मतों से बीजेपी प्रत्याशी सुमन शर्मा को शिकस्त दी है.

भोपाल नगर निगम में भाजपा की महापौर प्रत्याशी मालती राय ने कांग्रेस प्रत्याशी विभा पटेल को 98,800 मतों से पराजित किया है.

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