शब्बीर अहमद,भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा में आज श्याम शाह मेडिकल कॉलेज (Medical college) का मुद्दा उठा। विधायक (MLA) शरदेंदु तिवारी ने डीन द्वारा पद के दुरुपयोग किए जाने को लेकर चिकित्सा शिक्षा मंत्री सारंग (Minister sarang) से जवाब मांगा। मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि मानचित्रकार सुदामा प्रसाद पांडे की चिकित्सा के मामले में समिति में सबसे ज्यादा जांच कराए गए और वह पात्र नहीं है, उनके द्वारा दस्तावेज भी मांगे गए लेकिन दस्तावेज नहीं आया। पूरी तरीके की व्यवस्था रीवा मेडिकल कॉलेज (Rewa medical college) में है कोई भी शिकायत लंबित नहीं है।

राज्य के बाहर इलाज की प्रक्रिया

कैंसर मरीजों के इलाज के एक मामले में बीजेपी विधायक ने आपत्ति जताई। आवेदन करने के बाद स्वीकृति देने की प्रक्रिया में लेटलतीफी की वजह से मरीज परेशान होते हैं। मंत्री सारंग ने कहा कि राज्य के अंदर या बाहर कोई भी इलाज करवाता है, उसके लिए एक प्रक्रिया है। सुदामा प्रसाद पांडे ने नागपुर के जिस अस्पताल में इलाज कराया वह मध्यप्रदेश सरकार की सूची में नहीं है। रीवा मेडिकल कॉलेज में गया और रिजेक्ट हो गया क्योंकि इस सूची में अस्पताल नहीं था, फिर से फरियादी से जानकारी मांगी है। मेडिकल कॉलेज इस विषय पर निर्णय नहीं ले सकता, इसलिए जिस विभाग का है उसे भेजा जा चुका है। सिंचाई विभाग से जुड़ा हुआ कर्मचारी है वहां से जानकारी आएगी।

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पंचू लाल प्रजापति बीजेपी विधायक ने कहा- रीवा मेडिकल कॉलेज में जो डीन है, उनका खुद का एक मेडिकल अस्पताल है। मेडिकल कॉलेज में बैठते नहीं हैं और जूनियर डॉक्टर इलाज करते हैं। वो कहते हैं कि डीन से इलाज कराना है तो उसके लिए हॉस्पिटल में चले जाए, ऐसे डीन को हटा दिया जाना चाहिए।

डीन को हटा दो सरकार की बदनामी क्यों करा रहे हो

अध्यक्ष ने कहा कि सरकारी कर्मचारी ने इलाज करा लिया और इस्टीमेट ने भेज दिया। सवाल इस बात का है कि विभाग ने पैसा स्वीकृत नहीं किया और ना ही निरस्त करने की सूचना दी। अध्यक्ष ने सामान्य प्रशासन विभाग का हवाला देते हुए कहा कि नियम है कि यदि कोई विधायक पत्र भेजते हैं तो उसके साथ उचित व्यवहार कर जवाब दिया जाए, लेकिन इस मामले में ऐसा कोई भी पालन नहीं किया गया। अध्यक्ष ने मंत्री को दो टूक कहा “डीन को हटा दो सरकार की बदनामी क्यों करा रहे हो”। मंत्री सारंग ने कहा आसंदी की ओर से मिले निर्देश और आदेश का पालन करके इस पर फैसला किया जाएगा।

कांग्रेस किसानों का भला नहीं चाहती

कांग्रेस के वॉकआउट को मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने स्टंट बताया। कहा कांग्रेस का वॉकआउट मात्र एक स्टंट था। कांग्रेस किसानों का भला नहीं चाहती है। एक विधायक या बड़े दिग्गज नेता का नाम दे दें जो किसानों के बीच गए हैं। जनता को भड़काने का काम कांग्रेस कर रही है। कहा कि स्टंट करना कांग्रेस को आता है, हमारी सरकार किसानों के साथ है। सभी जगहों पर सर्वे का काम तेजी से जारी है। कुछ जगहों पर देर हुई है क्योंकि वहाँ कितना नुक़सान हुआ है इसका आकलन करना था लेकिन सरकार जल्द से जल्द सर्वे कर मुआवजा देने की कोशिश कर रही है।

महू घटना का मुद्दा भी उठा

विधानसभा के ध्यानाकर्षण के बीच पूर्व मंत्री विजयलक्ष्मी साधौ ने कानून व्यवस्था और महू घटना का मुद्दा उठाया।
मुद्दा उठाये जाने पर सदन में हंगामा हुआ। अध्यक्ष ने कहा कि जब इस विषय पर चर्चा हो चुकी है तो ध्यानाकर्षण के समय यह मुद्दा दोबारा क्यों उठाया जा रहा है। इसे लेकर सदन में विधायकों के बीच जमकर बहस हुई।

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