संदीप शर्मा, विदिशा। मध्य प्रदेश के विदिशा जिले के एक गांव में आज जहां पूरा परिवार बच्ची के 2 साल पूरे होने पर उसके जन्मदिन की तैयारी में जुटा था, उसी दौरान घर के आंगन में किए गए बोर में अस्मिता गिर गई। जन्मदिन के दिन ही पूरे घर में कोहराम मच गया। कड़ी मशक्कत और करीब 8 घंटे चले रेस्क्यू ऑपरेशन में उसे नहीं बचाया जा सका। पुलिस प्रशासन भी घटनाक्रम को लेकर बच्चे की मौत होने की पुष्टि कर चुका है।
करीब 6:30 बजे शाम को गड्ढे से निकालकर उसे सिरोंज के अस्पताल में ले जाया गया, जिला पंचायत सीईओ जो प्रभारी कलेक्टर के रूप में यहां मौजूद थे खुद भी एक विशेषज्ञ डॉक्टर हैं वह खुद एंबुलेंस में बच्ची के साथ मौजूद थे। सिरोंज अस्पताल पहुंचकर करीब आधे घंटे तक उसे इलाज देकर बचाने का प्रयास किया गया, लेकिन देर शाम 7:42 पर उसे मृत घोषित कर दिया गया। आज जहां घटना के पहले तक घर में खुशियों का माहौल था वो अब मातम में बदल चूका है।
दरअसल जिले के पथरिया थाना क्षेत्र के गांव कजरी बरखेड़ा में मंगलवार को ढाई साल की बच्ची अस्मिता अहिरवार पिता इंदर सिंह अहिरवार (पप्पू) घर के आंगन में खेल रही थी। इस दौरान वह खुले बोरवेल में जा गिरी। सूचना मिलने पर प्रशासनिक अमला मौके पर पहुंचा। जेसीबी से बोरवेल के आसपास खुदाई की गई। गड्ढे के अंदर बच्ची तक ऑक्सीजन पहुंचाया गया। एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीम ने रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया। लेकिन बचाया नहीं सका। सरकार ने प्रदेश भर में सभी बोरवेल को बंद करने के निर्देश दिए थे, लेकिन उस पर कोई अमल नहीं हुआ. जिसका नतीजा मासूमों को भुगतना पड़ रहा है।
बता दें इस साल 2023 में विदिशा जिले में खुले बोरवेल में गिरने का यह दूसरा मामला है। इससे पहले भी 14 मार्च 2023 को बोरवेल में सात साल का लोकेश गिर गया था। यह मामला विदिशा जिले के आनंदपुर थाना अंतर्गत ग्राम खैरखेड़ी में हुआ था। तमाम कोशिशों के बाद भी लोकेश को नहीं बचाया जा सका था।
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