अमृतांशी जोशी, कुमार इंदर, भोपाल/जबलपुर। मध्यप्रदेश में लोगों को फिर से बिजली बिल का झटका जोर से लगेगा। प्रदेश में बिजली 2-3 फीसदी तक महंगी हो सकती है। बिजली महंगी होते ही पूरे प्रदेश का बिजली बिल का टैरिफ बढ़ेगा।
जानकारी के अनुसार कंपनियों ने 3.2% टैरिफ बढ़ाने याचिका दायर की है। प्रदेश पावर मैनेजमेंट कंपनी ने याचिका लगाई है। मध्यप्रदेश विद्युत विनियामक आयोग के पास याचिका दायर की गई है। कंपनियों ने 15 सौ करोड़ के घाटे का हवाला देकर टैरिफ बढ़ाने की मांग की है। याचिका मंजूर होते ही बिजली के टैरिफ में एक बार फिर बढ़ोतरी होगी।
बता दें कि पिछली बार जुलाई माह में बिजली का टैरिफ बढ़ाया गया था। हर तीन महीने में बिजली कंपनियां फ्यूल कॉस्ट का निर्धारण नियामक आयोग से करवाती है। याचिका को लेकर छह दिसंबर को सुनवाई होगी।
इधर बिजली गुल होने से एसीएस (ACS) के नाराज होने की खबर है। एसीएस मोहम्मद सुलेमान के संबोधन के दौरान तीन बार बिजली गुल हो गई। इस दौरान कोई वैकल्पिक व्यवस्था (जनरेटर) नहीं थी। नाराज एसीएस ने भाषण देने से इनकार कर दिया। डाटा सार्वजनिक समेत अन्य कार्यक्रम रद्द कर दिए गए। राज्य स्तरीय मुस्कुराता बचपन कार्यक्रम में बिजली गुल हो गई।पुरस्कार वितरण और कार्यक्रम का समापन था।भोपाल के एक निजी होटल में कार्यक्रम में हो रहा था। अधिकारियों ने नाराज एसीएस को मनाया और बताया कि बिजली कंपनी ने कई इलाकों में कटौती की पहले से घोषणा कर रखी थी, जिसमें एक इलाका यह भी है। अधिकारियों के मनाने के बाद फिर ACS मोहम्मद सुलेमान ने भाषण शुरू किया।
जानकारी के अनुसार बिजली कंपनी टैरिफ बढ़ाकर 1500 करोड़ रुपए जुटाने का टारगेट रखा है। नए टैरिफ से करीब 25 पैसे बिजली महंगी हो जाएगी। रिटायर्ड इंजीनियर एवं बिजली मामलों के जानकार जितेंद्र अग्रवाल ने कहा है कि, बिजली कंपनी अपना फिजूलखर्च पर कन्ट्रोल करें। कंपनी के मिस मैनेजमेंट का खामियाजा जनता को भुगतना पड़ रहा है।
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