भोपाल। छात्रा के गैंगरेप के मामले में सियासी बयानबाजी का दौर जारी है. लेकिन आज तब हद हो गई, जब प्रदेश के ऊर्जा मंत्री पारस जैन ने इतने संवेदनशील मुद्दे पर भी बेतुका बयान दे दिया. जहां एक तरफ पूरा देश बेटियों की सुरक्षा को लेकर चिंतित है, तो वहीं मंत्री पारस जैन ने कहा कि महिलाएं खुद अपनी सुरक्षा को लेकर सतर्क हों और माता-पिता अपनी बेटियों की सुरक्षा को लेकर ध्यान दें.
अब भला मंत्री जी को कौन समझाए कि माता-पिता तो बेटियों की सुरक्षा को लेकर उस वक्त से ही चिंतित रहते हैं जब उसका जन्म होता है. इसी से पता चलता है कि हमारा समाज कितना असुरक्षित है. इतना असुरक्षित कि वो किसी नवजात बच्ची के लिए भी सुरक्षित नहीं.
आज छोटी बच्ची से लेकर किशोरी, युवती, महिलाएं और बुजुर्ग महिलाएं तक भी सुरक्षित नहीं हैं. ऐसे में माता-पिता हर वक्त बेटी की सुरक्षा की चिंता में ही अंदर ही अंदर घुलते रहते हैं.
मोबाइल को भी सुरक्षा में बता डाला बाधक
वहीं मंत्री पारस जैन ने ये भी कहा कि मोबाइल महिलाओं की सुरक्षा में बाधक है. अब मंत्री जी अगर ये समझाने का भी कष्ट करें कि किस तरह से मोबाइल सुरक्षा में बाधक है, तो बेहतर होगा. क्योंकि आज मोबाइल एक ऐसा साधन है, जिसके माध्यम से आप तुरंत किसी से भी संपर्क कर सकते हैं. कई सारे ऐसे ऐप भी हैं, जो आपके मुसीबत में होने पर अलार्म की सुविधा भी देता है. आपकी लोकेशन भी मोबाइल के जरिए ही ट्रेस हो सकती है.
वहीं पुलिस की भी ऐप है, नंबर है, जिससे आप मदद के लिए कॉल कर सकते हैं. यहां तक कि कल खुद मध्यप्रदेश के स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री दीपक जोशी ने निर्देश दिए कि स्मार्ट फोन के जरिए कोचिंग इंस्टीट्यूट एवं निजी शिक्षा केंद्र मोबाइल ऐप के जरिए हर छात्र की हर मूवमेंट पर नजर रखें.
गौरतलब है कि भोपाल में 31 अक्टूबर को 19 वर्षीय छात्रा का कोचिंग क्लास से घर लौटते वक्त चार बदमाशों ने अपहरण किया था और इसके बाद गैंगरेप कर उसे मरा हुआ समझकर झाड़ियों में छोड़कर फरार हो गए थे. फिलहाल सभी 4 आरोपी पुलिस की गिरफ्त में हैं.