जयपुर. मलमास के चलते 14 जनवरी तक मांगलिक कार्यों पर विराम अब खत्म हो गया. मकर संक्रांति के साथ ही मांगलिक कार्यों की शुरुआत हो चुकी है. ज्योतिषाचार्य डॉक्टर अशोक शर्मा ने बताया कि पंचांग के अनुसार साल 2023 में विवाह के कुल 59 शुभ मुहूर्त हैं. मकर संक्रांति को उत्तरायण भी कहते हैं. उत्तरायण सूर्य की एक स्थिति है. ज्योतिषियों के अनुसार, सूर्य जब दक्षिणी गोलार्ध की ओर गति करता है तो इसे दक्षिणायन कहते हैं और जब सूर्य उत्तरी ध्रुव की ओर गति करता है तो इसे उत्तरायण कहते हैं. उत्तरायण को देवताओं का दिन कहा जाता है. धर्म ग्रंथों में उत्तरायण को बहुत ही शुभ माना जाता है.

16 दिसंबर से धनु का खर मास लगा था, जो 14 जनवरी को रात 8.45 बजे समाप्त हो गया. शादी-विवाह आदि मांगलिक कार्य समेत शहनाईयों की आवाज भी एक महीने के लिए बंद थी, जो 15 जनवरी से दोबारा शुरू हो गई है. साल 2023 के पहले महीने जनवरी में मकर संक्रांति पर्व के साथ ही फिर से शहनाईयां बजने लगी.

साल 2023 में विवाह के शुभ मुहूर्त

  • जनवरी- 15, 26, 27, 30, 31
  • फरवरी- 6, 7, 8, 9 10,, 15, 17, 22
  • मार्च- 8,9
  • मई- 2,3,10, 11, 12, 16, 20, 21, 22, 27, 29, 30
  • जून- 3, 5, 6, 7, 8,11, 12,13, 23, 25
  • नवंबर- 25, 27, 28, 29
  • दिसंबर- 4, 6, 7, 8, 15

इनके अलावा 5 अनसूझे मुहूर्त भी हैं. इसमें विवाह करना शुभ और कल्याणकारी रहेगा. हर साल में कुल पांच स्वयं सिद्ध मुहूर्त होते हैं. इनमें फुलेरा दौज, देवउठनी एकादशी, वसंत पंचमी, विजयदशमी और अक्षय तृतीया शामिल हैं. इन पांच दिनों में मुहूर्त ना होते हुए भी शुभ कार्य किए जा सकते हैं. ये दिवस अपने आप में ही सिद्ध मुहूर्त है. 26 जनवरी वसंत पंचमी, 21 फरवरी फुलेरा दौज, 22 अप्रैल अक्षय तृतीया, 27 जून भड़ल्या नवमी और 23 नवंबर देवउठनी एकादशी है.