गयाजी। देश के प्रमुख उद्योगपतियों में शुमार मुकेश अंबानी सोमवार को पहली बार बिहार के प्रसिद्ध तीर्थस्थल गया पहुंचे। उन्होंने यहां विष्णुपद मंदिर में अपने पितरों का पिंडदान किया। इस धार्मिक अनुष्ठान में उनके साथ उनके छोटे बेटे अनंत अंबानी भी मौजूद थे। मुकेश अंबानी विशेष विमान से गयाजी पहुंचे जबकि अनंत अंबानी अलग विमान से आए। अंबानी परिवार की यात्रा को देखते हुए जिला प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए थे। विष्णुपद मंदिर और उसके आसपास के इलाके को छावनी में तब्दील कर दिया गया था।

चांदी के बर्तन दान कर किया पुण्य कार्य

पिंडदान के दौरान मुकेश अंबानी ने चांदी के बर्तन भी दान किए। तीर्थ पुरोहित शंभूलाल विट्ठल के मार्गदर्शन में यह अनुष्ठान संपन्न हुआ। शंभूलाल विट्ठल विष्णुपद मंदिर प्रबंधकारिणी समिति के अध्यक्ष भी हैं। उन्होंने बताया कि अंबानी ने तीन प्रमुख स्थानों पर पिंडदान किया।

गयाजी आकर मन को शांति मिली

पिंडदान के बाद मुकेश अंबानी ने कहा गयाजी आकर बहुत अच्छा लगा। मन को अपार शांति मिली। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि तीर्थयात्रियों की सेवा और सुविधाओं के विस्तार के लिए वे विचार करेंगे। मंदिर समिति ने उनसे अनुरोध किया कि वे यहां किसी स्थायी सेवा कार्य की व्यवस्था करें।

6 महीने पहले आए थे अनिल अंबानी

शंभूलाल विट्ठल ने बताया कि अंबानी परिवार का गया से गहरा धार्मिक जुड़ाव है। छह महीने पहले अनिल अंबानी भी गयाजी आए थे और उन्होंने भी पिंडदान किया था।

धार्मिक पर्यटन को मिल सकता है बढ़ावा

मुकेश अंबानी जैसे प्रतिष्ठित व्यक्ति के गयाजी आगमन से यह उम्मीद लगाई जा रही है कि क्षेत्र में धार्मिक पर्यटन को नई ऊर्जा मिलेगी। साथ ही तीर्थस्थलों के विकास की संभावनाएं भी मजबूत होंगी।