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रायपुर. निलंबित आईपीएस मुकेश गुप्ता को कोर्ट के निर्देश पर एफआईआर की एक कॉपी उपलब्ध कराई गई है. उनकी ओर से उनके अधिवक्ता ने मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत में 14 फरवरी को आवेदन लगाया गया था. मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी अदालत में मुकेश गुप्ता की ओर से लगाए गए आवेदन में आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो द्वारा दर्ज किए गए नान और फोन टैपिंग मामले में दर्ज एफआईआर की सत्यापित प्रति उपलब्ध कराई गई है.
मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी अदालत में मुकेश गुप्ता की ओर से लगाए गए एक आवेदन में आर्थिक अन्वेषण ब्यूरो द्वारा दर्ज किए गए नान और फोन टैपिंग मामले में दर्ज एफ आई आर की सत्यापित प्रति करने के लिए आवेदन लगाया गया था. गुरुवार को प्रस्तुत आवेदन में उनके अधिवक्ता ने कहा कि एक एफआईआर की सूचना प्राप्त करने हमारा अधिकार है और इसके लिए निर्धारित शुल्क अदा करने के लिए तैयार हैं.
आवेदन पर आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो की ओर से न्यायिक न्यायालय में लिखित में यह कहा गया कि हम एफआईआर की कॉपी नहीं दे सकते. न्यायालय ने और राज्य की पक्ष सुनने के बाद सोमवार को एफआईआर की सत्यापित प्रति उपलब्ध कराने का निर्देश दिया. तब जाकर मुकेश गुप्ता को एफआईआर की एक कॉपी उपलब्ध कराई गई.