Mulayam Singh Yadav Death: समाजवादी पार्टी के संस्थापक एवं संरक्षक मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) का आज सुबह 83 साल की उम्र में निधन हो गया. उन्होंने गुरुग्राम के मेदांता अस्पातल में अंतिम सांस ली. वह 22 अगस्त से मेदांता अस्पताल (Medanta Hospital) में भर्ती थे. उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ने सोमवार की सुबह 8 बजकर 15 मिनट पर अंतिम सांस ली. दो अक्टूबर से उन्हें वेटिंलेटर पर रखा गया था. निधन के बाद मुलायम सिंह के पार्थिव शरीर को उनके पैतृक गांव सैफई ले जाया गया.
मुलायम सिंह यादव उत्तर प्रदेश की राजनीति में बहुत बड़ा नाम हैं. उन्हें सियासत का पहलवान कहा जाता है. उनकी लोकप्रियता का आलम यह था कि एक समर्थक ने उनका मंदिर तक बनवाया है. उनका मंदिर उत्तर प्रदेश के रायबरेली जिले में बनवाया गया है. मुलायम सिंह यादव के समर्थक ने उनका मंदिर बनवाया था. उनका यह समर्थक उन्हें भगवान का अवतार मानता था. वह सुबह शाम मंदिर में मुलायम सिंह यादव की पूजा-अर्चना करता था. वह हमेशा यह मन्नत मांगता था कि उनके भगवान यानि मुलायम सिंह याद के उन्हें साक्षात दर्शन हो जाएं.
जाने मंदिर के बारे में कुछ खास बातें
- मुलायम सिंह यादव का मंदिर रायबरेली रोड पर बछरावां के पास बनाया गया है. रायबरेली के शाह खेड़ा गांव के निवासी राम बाबू यादव ने मुलायम सिंह यादव का मंदिर बनवाया है.
- मंदिर बनवाने से पहले वह कई सालों से अपने घर में ही मुलायम की पूजा-अर्चना करते थे. बाद में उन्होंने अपने गांव में ही मुलायम का मंदिर बनवा डाला.
- वह मुलायम सिंह यादव की तस्वीर के साथ समाजवादी पार्टी का झंडा लगाकर पूजा करते हैं.
- मंदिर बनवाने का कारण बताते हुए राम बाबू कहते हैं कि जब उत्तर प्रदेश में बहुजन समाज पार्टी की सरकार थी तो उन्हें बहुत परेशानी हुई थी.
- तब उन्होंने मन्नत मांगी थी कि यदि समाजवादी पार्टी की सरकार बनती है तो वह मुलायम सिंह यादव का मंदिर बनवाएंगा.
- साल 2012 में समाजवादी पार्टी की जीत के बाद उन्होंने मंदिर का निर्माण शुरू कर दिया था. राम बाबू भगवान राम और कृष्ण की ही तरह मुलायम सिंह यादव को भी अवतार मानते हैं.