फर्स्ट क्लास क्रिकेट में मुंबई की टीम नया रिकॉर्ड बनाने में कामयाब हो गई है. गुरुवार को केएससीए ग्राउंड (अलूर) में आयोजित रणजी ट्रॉफी के क्वार्टर फाइनल में मुंबई की टीम ने उत्तराखंड को 725 रनों से हरा दिया है. जिसके बाद फर्स्ट क्लास मैच में रनों के हिसाब से मुंबई अब सबसे बड़ी जीत हासिल करने वाली टीम बन गई है. इससे पहले फर्स्ट क्लास क्रिकेट में सबसे बड़ी जीत का रिकॉर्ड न्यू साउथ वेल्स के नाम था.

बता दें कि जनवरी 1930 में सिडनी क्रिकेट ग्राउंड में खेले गए मुकाबले में न्यू साउथ वेल्स ने क्वींसलैंड को 685 रनों से शिकस्त दी थी. रणजी ट्रॉफी की बात करें, तो रनों के लिहाज से सबसे बड़ी जीत का पिछला रिकॉर्ड बंगाल के नाम था, जिसने 1953-54 में ओडिशा को 540 रनों से हराया था.

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महज 69 रनों पर सिमटी उत्तराखंड की टीम

मुंबई ने कप्तान पृथ्वी शॉ (72) और यशस्वी जायसवाल (103) के शानदार प्रदर्शन की बदौलत अपनी दूसरी पारी 261/3 पर पारी घोषित की, जिसके चलते उत्तराखंड को 795 रनों का टारगेट मिला था. जवाब में उत्तराखंड की दूसरी पारी महज 69 रनों पर सिमट गई. केवल सुरेश खुराना (25) और कुणाल चंदेला (21) ही दोहरे अंक को पार कर सके. मुंबई के लिए धवल कुलकर्णी, शम्स मुलानी और तनुश कोटियन ने तीन-तीन विकेट, जबकि मोहित अवस्थी ने 4 ओवर में 5 रन देकर एक विकेट लिया है.

फर्स्ट क्लास (FC) क्रिकेट में सबसे बड़ी जीत (रनों से)

725: मुंबई ने उत्तराखंड को हराया (2022)
685: न्यू साउथवेल्स ने क्वींसलैंड को हराया (1929/30)
675: इंग्लैंड ने ऑस्ट्रेलिया को हराया (1928/29)
638: न्यू साउथवेल्स ने दक्षिण ऑस्ट्रेलिया को हराया (1920/21)
609: मुस्लिम कमर्शियल बैंक ने वॉटर एंड पावर डेवलपमेंट अथॉरिटी को हराया (1977/78)

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एस. पारकर ने जड़ा था दोहरा शतक

बता दें कि इससे पहले मुंबई ने पहली पारी में 8 विकेट पर 647 रन बनाकर पारी घोषित कर दी थी. सुवेद पारकर ने फर्स्ट क्लास डेब्यू करते हुए 252 रन बनाए, जबकि सरफराज खान ने 153 रनों का योगदान दिया था. जवाब में उत्तराखंड की पूरी टीम पहली पारी में 114 रनों पर सिमट गई थी. मुंबई के लिए शम्स मुलानी ने सबसे ज्यादा पांच विकेट चटकाए थे.