मुंबई। अंबानी निवास ‘एंटीलिया’ के सामने विस्फोटक से लदे स्कार्पियो के मामले में एनआईए द्वारा गिरफ्तार किए गए सचिन वाजे को आखिरकार मुंबई पुलिस ने निलंबित कर दिया है. वैसे भी गिरफ्तारी के बाद वाजे का निलंबन तय माना जा रहा था, जिसके लिए मुंबई पुलिस ने ज्यादा समय जाया नहीं किया. वाजे की गिरफ्तारी के बीच महाराष्ट्र में सियासत भी तेज होने लगी है.

एंटीलिया मामले में सचिव वाजे पर अब एनआईए का पूरा फोकस हो गया है. उसकी गिरफ्तारी के बाद उसके घर और दफ्तर की छापेमारी की थी, जिसमें दस्तावेजों से ज्यादा अहम इलेक्ट्रानिक उपकरणों की जांच पड़ताल अहम रही. इधर स्कार्पियों का नंबर अंबानी के कारों के जखीरे में से एक कार का पाया गया, वहीं दूसरी ओर स्कार्पियों के पीछे चल रही इनोवा भी वाजे के दल के इस्तेमाल करना पाया गया है.

इन सब तमाम बातों के बीच जिस तरह से शिवसेना वाजे का बचाव कर रही है, और भाजपा सरकार पर निशाना साध रही है, उससे सत्ता में सहयोगी दलों के लिए असहज स्थिति पैदा हो गई है. इसी का नतीजा है कि पहले एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार से पार्टी के भीतर चर्चा करने के बाद मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से उनके निवास ‘वर्षा’ में जाकर करीबन 45 मिनट तक चर्चा की.

जानकारी के अनुसार, दोनों के बीच हुई चर्चा में मुंबई पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह को लेकर चर्चा हुई. सुशांत सिंह राजपूत, फिर कंगना रणौत, फिर अर्नब एपीसोड में जिस तरह से मुंबई पुलिस की चर्चा हुई है, उसे किसी भी लिहाज से सकारात्मक नहीं कहा जा सकता है. यही वजह है कि अब वाजे के बाद अब परमबीर सिंह निशाने पर हैं. मुंबई पुलिस की साख में आने वाली आंच की जिम्मेदारी से वो बच नहीं सकते.