उत्तर प्रदेश. यूपी की जेलों में इन दिनों गायत्री मंत्रों का उच्चारण हो रहा है. मंगल गीत गाए जा रहे हैं. अब कैदियों को संस्कार के साथ जोड़कर एक अच्छा नागरिक बनाने की पहल की जा रही है. ये सब हो रहा है फर्रुखाबाद जिला कारागार में. यहां पर हुआ मुंडन संस्कार लोगों में चर्चा का विषय बना हुआ है.

जेल से जब ढोलक की थाप और मंगल गीत की आवाज आने लगी तो आसपास के लोग आश्चर्य चकित हो गए. लोगों ने सोचा कि, आखिर किस परिवार में त्यौहार मनाया जा रहा है. दरअसल ये आवाज जेल में चल रहे मुंडन संस्कार की थीं. इस आयोजन का उद्देश्य कैदियों को सुधारना और संस्कार देना था.

महिलाओं में खुशी

जेल अधीक्षक भीमसेन मुकुंद ने बताया कि कैदियों में संस्कार और बच्चों की खुशियों को लाया जाए. उन्होंने कहा कि किसी न किसी वजह से बच्चे अपनी मां के साथ अपराधियों की तरह सजा काट रहे हैं. जेल प्रशासन की इस पहल ने उन बच्चों के चेहरों पर मुस्कान लाने का काम किया है, जो चेहरे इस चारदीवारी में बंद होकर मुरझा रहे थे. ऐसे बच्चे ढोलक की थाप पर नाचकर सब भूल गए. इस कार्यक्रम के आयोजन से जेल में परिवार जैसा माहौल पैदा हो गया. महिला कैदियों ने भी खुशी महसूस की.

CMO के बाद अब UP सरकार का ट्विटर अकाउंट हैक, हैकिंग से मचा हडकंप

अधिकारी भी हुए शामिल

आयोजन में शामिल होकर अधिकारियों ने भी चार चांद लगा दिए. बच्चों का मुंडन संस्कार भारतीय संस्कृति में बहुत मायने रखता है, साथ ही वैज्ञानिक तौर पर भी इसकी पुष्टि की गई है. उन्होंने बताया कि जब बच्चा जन्म लेता है तब उसके सर के बालों की त्वचा में काफी गंदगी होती है. जिसकी सही प्रकार से सफाई करने के लिए मुंडन संस्कार कर इन बालों को हटाया जाता है.

जज की पत्नी ने दिया सजावट का सामान

जेल अधीक्षक ने बताया कि कैदियों को समाज से जोड़ने के लिए यह आयोजन किया गया है. ताकि उन्हें यह महसूस न हो कि वो समाज से कहीं अलग हैं. उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम में जिला जज की पत्नी ने भी अपना योगदान दिया. उन्होंने बंदी महिलाओं को सजावट का सामान दिया.