रोहित कश्यप, मुंगेली. कलेक्टर डाॅ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे की अध्यक्षता में मंगलवार को कलेट्रोरेट स्थित मनियारी सभा में समय सीमा की बैठक आयोजित की गई. बैठक में उन्होंने जिले में संचालित विभिन्न योजनाओें कि विस्तार पूर्वक समीक्षा की. उन्होने कहा कि मुंगेली जिले में सेहत और पर्यावरण के लिए 29 फरवरी को मुंगेली मैराथन (रन फार मुंगेली) का आयोजन किया जाएगा. मैराथन सुबह 7 बजे स्थानीय रेस्ट हाउस से प्रारंभ होगा. मैराथन में शामिल होने के लिए निःशुल्क पंजीयन का कार्य प्रारंभ हो गया है. पंजीयन का कार्य 29 फरवरी की सुबह 6.30 बजे तक किया जाएगा. आवेदन पत्र मुंगेली जिले की वेबसाइड http://mungeli.gov. in से भी डाउनलोड किये जा सकते हैं. उन्होंने मैराथन में सभी अधिकारियों की भागीदारी सुनिचित करने के निर्देश दिए.

कलेक्टर ने कहा कि 10 किलोमीटर मैराथन में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले को दस हजार, द्वितीय स्थान आने वाले को सात हजार और तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले को तीन हजार रूपये कि नगद राशि और पदक प्रदान कर सम्मानित किया जाएगा. इसी तरह पांच किलो मीटर मैराथन में प्रथम स्थान प्राप्त करने वालें को पांच हजार, द्वितीय स्थान प्राप्त करने वाले को तीन हजार और तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागी को दो हजार रूपये की नगद राशि और पदक प्रदान किया जाएगा. मैराथन में सभी वर्ग के महिला एवं पुरूष प्रतिभागी भाग ले सकेंगे. इसके अलावा पांच किलो मीटर की दूरी वाक, मैराथन का भी आयोजन किया जा रहा है.

कलेक्टर ने कहा कि नए निर्माण व विकास कार्यों की स्वीकृति और निर्माण कार्यों को पूरा करने, राजस्व प्रकरणों का निराकरण राजस्व वसूली आदि कार्यों के लिए अगामी चार माह का समय अंत्यंत उपयोगी है. इसके लिए उन्होंने अगामी चार माह के लिए विस्तृत कार्य योजना बनाकर कार्य करने के निर्देश दिए. जिले मे जन चौपाल और जन समस्या निवारण शिविर का आयोजन पुनः प्रारम्भ किया जाएगा.

इसी तरह नवनिर्वाचित पंच, सरपंच, जनपद और जिला पंचायत सदस्यों एवं नगरी निकायों के नवनिर्वाचित पाषदों के लिए प्रशिक्षण का कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे. इसके लिए उन्होंने जिला पंचायत के मुख्य कार्य पालन अधिकारी को आवश्यक निर्देश दिए.

सुपोषित मुंगेली के तहत सुपोषित बच्चों की जानकारी प्राप्त की. उन्होंने कहा कि दो अक्टूबर 2019 तक जिले में 10960 बच्चें कुपोषित पाए गए थे. इनमें से अब तक 1290 बच्चें कुपोषण से मुक्त हो गए है. जो बडी उपलब्धि है. उन्होंने सुपोषित अभियान के सफलता के लिए और अधिक तनम्यता कार्य करने के निर्देश दिए.

कलेक्टर डाॅ. भुरे ने कहा कि राज्यशासन द्वारा जिले में नए आगनबांडी केन्द्रों की स्वीकृति दी गई है. उन्होंने आंगनबाडी केन्द्रों में भर्ती आदि के संबंध में आवश्यक निर्देश दिए. बैठक में उन्होंने आगामी 10वीं और 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा के लिए की गई तैयारियों की समीक्षा की. उन्होंने परीक्षाथियोें के लिए बैठक व्यवस्था, पेयजल , केन्द्राध्यक्षों की नियुक्ति आदि के संबंध मे आवश्यक निर्देश दिए है.

कलेक्टर डाॅ. भुरे ने कहा कि खरीफ विपरण 19-20 में 3 लाख 19 हजार 574 मीट्रिक टन धान की खरीदी की गई है. उन्होंने धान उठाव का कार्य यथा शीध्र करने के निर्देश दिए. इसी तरह उन्होंने मुख्यमंत्री जनचैपाल भेंट मुलाकात, मुख्यमंत्री लोक सेवा गारंटी अधिनियम के लंबित प्रकरणों के भी जानकारी प्राप्त की और संबधित अधिकारियों को निराकरण हेतु आवश्यक निर्देश दिए. इसी तरह उन्होंने ग्रीष्म ऋतु में शुद्ध पेयजल की उपलब्धता के लिए हैण्डपंपों का सुधार, मरम्मत, पाइप लाइन का विस्तार, पेयजल स्त्रोतों का रखरखाव एवं मरम्मत आदि के संबंध में आवश्यक निर्देश दिए.

इस अवसर पर वनमण्डलाधिकारी कुमार निशांत, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी नुपूर राशि पन्ना, अपर कलेक्टर राजेश नशीने, सभी अनुभाग के अनुविभागीय अधिकारी राजस्व, विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी, सभी जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी और नगरीय निकायों के सभी मुख्य नगर पालिका अधिकारी उपस्थित थे.