रोहित कश्यप, मुंगेली। छत्तीसगढ़ सरकार विकास कार्यों पर पानी की तरह पैसा बहा रही है, लेकिन मुंगेली में अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों की लापरवाही के चलते यह केवल कागजों तक सीमित है. इस बात पर आपको तब भरोसा हो जाएगा, जब यह जानेंगे कि नगर पालिका क्षेत्र में निर्माण कार्य के लिए 13 लाख रुपए का भुगतान हो गया, लेकिन जमीन पर एक भी ईंट नहीं रखी गई है.

मुंगेली नगर पालिका क्षेत्र के परमहंस वार्ड में नाली निर्माण के नाम से 13 लाख रुपए से अधिक राशि बिना कार्य किये भुगतान भी हो गया. मामला तब उजागर हुआ जब वार्ड के बीजेपी पार्षद व नगरपालिका के उपाध्यक्ष मोहन मल्लाह ने जानकारी निकाली तो यह राशि गार्डन की बाउंड्रीवाल के नाम से दर्शाया गया. जब इसके जुड़े दस्तावेज देखे तो इसकी मेनेजिक बुक में होरी शर्मा के घर से गार्डन की बाउंड्री होते हुए स्टेडियम तक 17 लाख रुपए की लागत से नाली बनाई जानी है.

वर्ष 2019 में स्वीकृत इस कार्य के लिए 19 फरवरी 2021 को 13 लाख 21 हजार 818 रुपए का भुगतान सोफिया कंट्रक्शन, अकलतरा को किया गया है, जबकि धरातल में नाली का निर्माण हुआ ही नहीं है. 13 लाख रुपए के इस गड़बड़झाले पर अब राजनीति भी तेज हो गई है. नगरपालिका उपाध्यक्ष मोहन मल्लाह के साथ संबंधित वार्ड के भाजपा सहित अन्य पार्षदों ने नगरपालिका अधिकारी से लेकर कलेक्टर से शिकायत कर कार्रवाई की मांग की है.

वार्ड के लोग परेशान

नाली निर्माण को लेकर हो रही राजनीति से वार्डवासी बेहद परेशान है, क्योंकि नाली नहीं होने का खामियाजा वे ही भुगत रहे हैं. वार्डवासियों की जरूरत को देखते हुए नाली निर्माण की स्वीकृति मिली थी, लेकिन जिम्मेदारों ने उसका अंजाम घोटाला करके दिया.  कागजों में तो नाली बन गया है, लेकिन हकीकत में नाली से वार्डवासी महरुम है. मानसून को देखते हुए वार्डवासियों की मुसीबत और बढ़ने वाली है.

कांग्रेसी नेता ने अध्यक्ष पर लगाया आरोप

कांग्रेसी नेता हेमेंद्र गोस्वामी ने नगरपालिका में इस तरह के कारनामे को न सिर्फ गलत ठहराया है, बल्कि उन्होंने आरोप लगाया है कि इतना बड़ा घोटाला नगरपालिका के जिम्मेदार अधिकारी और नगर पालिका के अध्यक्ष की बगैर जानकारी हो ही नहीं सकता. उन्होंने सीएमओ सहित जिम्मेदार कर्मचारी व भुगतान की फाइलों में दस्तखत करने वाले जनप्रतिनिधियों की भूमिका पर भी जांच की मांग की है. उनका कहना है कि नगरीय प्रशासन और नगरपालिका अध्यक्ष इस मामले को संज्ञान नहीं लेंगे तो वे कांग्रेसी पार्षदों के साथ थाने के जाकर दोषियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग करेंगे.

अध्यक्ष ने सीएमओ पर फोड़ा ढीकरा

कागजों में नाली निर्माण पर नगरपालिका अध्यक्ष बीजेपी के सन्तुलाल सोनकर का कहना है कि इसके लिए सम्बंधित कार्य के दस्तावेज नगरपालिका सीएमओ से मांगी थी, इसके बावजूद उन्हें जानकारी नही दी गई. उन्हें निर्माण कार्य की जानकारी लेने के लिए आरटीआई लगानी पड़ी है. उन्होंने कहा कि वे दस्तावेज के आधार पर सम्बंधित ठेकेदार को नोटिस भेजेंगे. संतुष्टपूर्वक जवाब नहीं आने पर उसके खिलाफ एफआईआर करवाया जाएगा.

कलेक्टर ने कही जांच की बात

इस मामले में नवपदस्थ कलेक्टर अजित वसन्त ने अनुविभागीय अधिकारी को जांच के लिए आदेशित करने की बात कही है. जांच में दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की बात भी कही.