रायपुर। राजधानी रायपुर के बूढ़ातालाब स्थित धरनास्थल पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की बेमियादी हड़ताल जारी है. लेकिन उनकी हड़ताल को लेकर प्रशासन ने सख्त रुख अपनाया है. प्रशासन ने 2 आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को बर्खास्त कर दिया है. इनके नाम पद्मावती साहू और भुवनेश्वरी तिवारी हैं. रायपुर नगर निगम आयुक्त ने ये आदेश जारी किया.

पद्मावती साहू संघ की प्रांत अध्यक्ष हैं. ज़ाहिर है नगर निगम ने ऐसा इसलिए किया है कि नेता को बर्खास्त करने से बाकी कार्यकर्ताओं का मनोबल टूटे और वे हड़ताल वापस ले लें. इसे लेकर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं में भारी आक्रोश है.

बता दें कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की हड़ताल पर शुरू से ही सरकार ने सख्त रुख अपनाया हुआ है. पहले उन्हें सेवा समाप्ति का नोटिस भी जारी किया गया था, लेकिन आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने इसके आगे घुटने नहीं टेके और हड़ताल जारी रखने का निर्णय लिया, जिसके बाद अब ये कार्रवाई नगर निगम प्रशासन ने की है.

आगंनबाड़ी कार्यकर्ताओं की मांग है कि शासकीय कर्मचारी घोषित कर उन्हें न्यूनतम वेतन 18 हजार रुपए दिया जाए. सेवानिवृत्त होने पर कार्यकर्ताओं को 3 लाख रुपए और सहायिकाओं को 2 लाख रुपए गुजर बसर के लिए दिया जाए.

गौरतलब है कि 18 हजार वेतन देने समेत दूसरे लंबित पड़े मांगों को लेकर जुझारू आंगनबाड़ी कार्यकर्ता-सहायिका कल्याण संघ ने सभी 29 जिलों में अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी रखी है. संघ की प्रांताध्यक्ष पद्मावती साहू ने बताया कि जब तक मांग पूरी नहीं होती, हड़ताल जारी रहेगी.