भोपाल। मध्यप्रदेश में निकाय चुनाव के पहले चरण का मतदान काफी फीका रहा। बुधवार को 133 निकायों में सिर्फ 61प्रतिशत मतदान हुआ। इसकी एक वजह मतदाता सूची में गड़बड़ी भी थी। कई वोटरों के पोलिंग बूथ बदल दिए गए, किसी का वोटर लिस्ट में नाम नहीं मिला। इस कारण कई मतदाता अपने मताधिकार का उपयोग नहीं कर पाए। उन्हें मायूस होकर लौटना पड़ा, जबकि वो वहां सालों से वोटिंग करते आ रहे हैं। दूसरी वजह बारिश भी रही।

इन सब को ध्यान रखते हुए बीजेपी ने निकाय चुनाव के दूसरे चरण के लिए अपनी रणनीति बदली है। पोलिंग बूथों पर व्यवस्थाएं दुरुस्त करने के लिए कार्यकर्ताओं को कहा है। कार्यकर्ता पोलिंग बूथों का जायजा लेंगे। साथ ही मतदाता पर्ची पर पूरा फोकस करेंगे।

बता दें पहले चरण में कई पोलिंग बूथों पर अव्यवस्थाओं से कम वोटिंग हुई। वोटरों के पोलिंग बूथ बदल दिए गए, वोटर लिस्ट में नहीं मिले नाम। मतदान दल वोटरों तक मतदान पर्ची नहीं पहुंचा सका। इस वजह से कम वोटिंग हुई। आज ही बीजेपी डेलिगेशन ने चुनाव आय़ोग से मिलकर इस संबंध में शिकायत की है।

चुनाव आयोग ने जताई नाराजगी

इधर, निकाय के पहले चरण में मतदान कम होने के बाद राज्य निर्वाचन आयोग ने नाराजगी जताई है। राज्य निर्वाचन आयोग के प्रमुख बसंत प्रताप सिंह ने दूसरे चरण में शत प्रतिशत मतदाता पर्ची वितरित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि मतदाता पर्ची वितरित कर जिम्मेदार आयोग को सूचित करें। हालांकि उन्होंने कहा कि पहले चरण में मतदाता पर्ची नहीं बांटने के आरोपों को गलत बताया है।

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