अभिषेक सेमर, तख़तपुर. नगर पालिका तखतपुर में नाली निर्माण कार्य में देरी करने का आरोप क्षेत्र की जनता ने लगाया है. लोगों का कहना है कि इससे वार्डवासी आए दिन हादसे का शिकार हो रहे हैं. दरअसल, पिछले एक साल से वार्ड क्रमांक 13 के बड़े बाज़ार में दीवान तालाब से पचरैहा नाला को जोड़ने के लिए नाले का निर्माण करने लगभग 12-15 फीट का गड्डा खोदा गया है, जो कि सब्जी बाजार के ठीक बीचो-बीचो खोदी गई है, जिसमें सुरक्षा बैरिकेट्स और नोटिस बोर्ड जैसी आवश्यक पटल नज़र नहीं आ रहे हैं लेकिन बाज़ार के ठीक बीच में गहरा होने के कारण आमजन और जानवर गड्डे में गिर रहे हैं, लेकिन आश्चर्य की बात है कि नगर पालिका के अधिकारी कुम्भकरण की गहरी नींद से जाग नहीं पा रहे हैं और मौके का बिना मुआयना किए ही ठेकेदार को समय-समय पर मोटी रकम दे रहे हैं.

बता दें कि बिलासपुर जिले के तखतपुर नगर पालिका ने बिलासपुर के ठेकेदार जावेद खान के फर्म जेएमजे कन्ट्रकशन को पहला वर्कऑर्डर 23 अप्रैल 2018 को लगभग 28 लाख रुपए का ठेका नाला निर्माण के लिए दिया था. जिसे पूरा करने की समय सीमा 6 महीना निर्धारित की गई था. इस अवधि में ठेकेदार ने कोई भी कार्य नहीं किया और नगर के अधिकारियों ने भी नोटिस और पत्राचार का जवाब नहीं दिया. इसके अलावा ठेकेदार को वर्क एक्सटेंड कर और समय प्रदान की गई. जिसमें भी ठेकेदार ने नगर पालिका के अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों को ठेंगा दिखा दिया और ठेकेदार की जब मर्जी हुई तो उसने कार्य को कछुए की चाल में शुरू किया.

 

इस संबंध में जानकारों ने बताया कि नाले के लिए लंबाई और चौड़ाई का लेबल जो वर्कआर्डर में दिया गया है, उसके ठीक विपरीत काम चल रहा है, जो चौड़ाई नाले की होनी थी, वे काफी सकरा बन गया है और जितनी गहराई तय की गई थी, उससे भी अधिक खोदाई कर दिया गया है. वहीं निर्माण के लिए उपयोग किए गए मटेरियल की गुणवक्ता पर भी अब सवाल खड़े होने लगे है. इससे साफ़ तौर पर अंदाजा लगाया जा सकता है कि नगर पालिका के अधिकारियों ने ठेकेदार को गड़बड़ी और भ्रष्टाचार करने के लिए खुली छूट दे दी है.

इस संबंध में सीएमओ आशीष तिवारी ने कहा कि ठेकेदार द्वारा कार्य में लापरवाही बरती जा रही है, इसके लिए उन्हें नोटिस जारी कर जवाब तलब किया गया है. अगर निर्धारित समय सीमा में कार्य पूरा नहीं करेगा तो उस पर जुर्माना लगाया जाएगा. मैंने स्थल का निरिक्षण किया है, सुरक्षा बैरिकेट्स और गुणवक्ता में लापरवाही की जा रही है. इसके लिए इंजीनियर को विशेष निगरानी रखने के निर्देश दिया हूं.

पार्षद ईश्वर देवांगन ने मामले की गंभीरता को देखते हुए नगर पालिका के अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने नाला निर्माण में ठेकेदार के साथ अधिकारियों की भी संलिप्ता है. कमीशन में ना जाने कितने हद तक अधिकारी दबे हुए है, इसलिए ठेकेदार पर कोई लगाम नहीं लगाया जा रहा है. यहां आएं दिन पशु जानवरों की मौत हो रही है, नगर पालिका की स्थिति को देखकर तो लगता है कि मानव जीव की क्षति के बाद ही कुम्भकर्ण की नींद से तखतपुर नगर पालिका के अधिकारी जागेंगे.