रिपोर्ट- सतीश चांडक
सुकमा। सड़क निर्माण ठेकेदार के मुंशी और सहायक को 9 दिनों तक अपने कब्जें में रखने के बाद बुधवार को नक्सलियों ने दोनों को रिहा कर दिया। दरअसल किस्तावरम इलाके में ठेकेदार अमर की ओर से सड़क निर्माण कार्य करवाया जा रहा है। इसी निर्माण कार्य की सड़क नापने गए मुंशी वीरन्ना और सहायक वीरा स्वामी को नक्सलियों ने अगवा कर लिया था। करीब सात दिनों तक अपने कब्जे में रखने के बाद उन लोगों बुधवार को रिहा किया। दोनों को अभी किस्टाराम थाने में रखा गया। पुलिस अधीक्षक अभिषेक मीणा ने इसकी पुष्टि की है।
सुकमा। सड़क निर्माण ठेकेदार के मुंशी और सहायक को 9 दिनों तक अपने कब्जें में रखने के बाद बुधवार को नक्सलियों ने दोनों को रिहा कर दिया। दरअसल किस्तावरम इलाके में ठेकेदार अमर की ओर से सड़क निर्माण कार्य करवाया जा रहा है। इसी निर्माण कार्य की सड़क नापने गए मुंशी वीरन्ना और सहायक वीरा स्वामी को नक्सलियों ने अगवा कर लिया था। करीब सात दिनों तक अपने कब्जे में रखने के बाद उन लोगों बुधवार को रिहा किया। दोनों को अभी किस्टाराम थाने में रखा गया। पुलिस अधीक्षक अभिषेक मीणा ने इसकी पुष्टि की है।
घटना के मुताबिक 3 जुलाई की दोपहर करीब 2 बजे अमर ठेकेदार के मुंशी वीरन्ना और सहायक वीरा स्वामी किस्टावरम थाने से करीब आधा किमी. दूर चले गए। बताया जाता है कि दोनो सड़क नापने के लिए गए थे। वह इलाका आमापेंटा व कासाराम के बीच का है। उस इलाके में नक्सलियों के बडे लीडर लगातार बैठके ले रहे है। वही दोनों का नक्सलियों ने अपहरण कर लिया।
परिजनों ने की थी अपील
अगवा मुंशी वीरन्ना और सहायक वीरा स्वामी के परिजनों ने माओवादियों से अपील की थी। उसके बाद दोनों को रिहा करने के प्रयास लगातार किये जा रहे थे। आखिरकार परिवार वालों की अपील और पुलिस की रणनीति से सफलता मिल गई । नक्सल आपरेशन के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जितेंद्र शुक्ला ने बताया कि मुंशी वीरन्ना और सहायक वीरा स्वामी को अगवा किये करीब नौ दिन हो गए थे। उन दोनों को बुधवार शाम करीब 6 बजे किस्तावरम गाव के करीब छोड़ा गया। जिसके बाद दोनों थाना पहुचे। किस्टारवम थाना प्रभारी दोनों से पूछताछ कर रहे है।