Murder In Train: बिहार (Bihar) की राजधानी पटना में जमीन कारोबारी की गोली मारकर चलती ट्रेन में हत्या करने की गुत्थी को पटना पुलिस (Patna Police) ने सुलझा ली है। वारदात की मास्टमाइंड मृतक जमीन कारोबारी की बहू है। ससुर जमीन बेचकर शराब पार्टी करता था। दोस्तों को पैसे दिया करता था। ससूर की अय़्याशी से बहू परेशान थी। लिहाजा उसने ससूर के मर्डर की फुलप्रूफ प्लानिंग की। इसके लिए बहन के बेटे को लाइनर बनाया और भाई के बेटे से मर्डर कराया था। पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
बता दें कि 25 जून की देर रात पटना-गया रेलखंड पर पोठाही और नदवां स्टेशन के बीच नीमा हॉल्ट के पास चलती ट्रेन में जमीन कारोबारी य प्रकाश सिंह उर्फ भोला सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। हथियारबंद अपराधियों ने पटना से गया जा रही मेमू पैसेंजसें र ट्रेन के अंदर वारदात को अंजाम दिया था। ट्रेन में गोलीबारी होने के बाद यात्रियों के बीच दहशत और अफरा-तफरी मच गई थी। हत्यारे बेखौफ होकर नदवां स्टेशन पर उतरकर आराम से भाग निकले थे।
मृतक की बहू रंभा कुमारी ने एक साजिश के तहत अपने रिश्तेदार से करवाई थी। इसके लिए उसने अपने भाई के बेटे प्रिंस और बहन के लड़के जय प्रकाश शर्मा को अपने साथ मिलाया। प्रिंस ने ही जय प्रकाश सिंह को चलती ट्रेन में गोली मारी। उसके बाद पिस्तौल को ट्रेन से बाहर नदी में फेंक दिया। मर्डर के बाद वो उसी ट्रेन में दूसरी बोगी में भाग गया। मसौढ़ी पहुंचने के बाद वो वहां से अपने घर सगुना चला गया। रंभा का मायका सगुना ही है।
ट्रेन पर चढ़ने के साथ ही भोला को तलाशने लगे अपराधी
पुलिस के अनुसार भोला शर्मा पटना से घर जाने के लिए पैसेंजर ट्रेन में सवार हुए थे। पोठही स्टेशन पर अपराधी ट्रेन में चढ़े और जमीन कारोबारी भोला शर्मा की तलाश करने लगे। नीमा हॉल्ट के पास जैसे ही ट्रेन पहुंची अपराधियों ने भोला शर्मा को ढूंढकर उन्हें मार डाला। भोला की मौके पर ही मौत हो गई। जीआरपी मामले की जांच कर रही है।
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चलती ट्रेन में मर्डर की पूरी कहानी समझिए
एसडीपीओ नभ वैभव के मुताबिक पुलिस की जांच में जो तथ्य सामने आए हैं, उसमें जयप्रकाश सिंह के पास करीब सात से आठ बीघा जमीन की बात सामने आई है। उसमें से जय प्रकाश सिंह धीरे-धीरे जमीन को बेच मौज-मस्ती करते थे और बेटे व बहू को उसमें से कुछ नहीं देते थे। इधर, कुछ जमीन वह अपने भाई चंद्रभूषण शर्मा के हाथों बेचने के लिए बात कर ली थी और इसके एवज में पैसा भी ले लिया था। इधर जय प्रकाश सिंह की इस हरकत से उसकी बहू रंभा परेशान थी और उसे लग रहा था कि धीरे- धीरे वे सारी जमीन बेचकर मौज-मस्ती में उड़ा देंगे। रंभा अपने व अपने दो छोटे-छोटे बच्चों की भविष्य को लेकर चिंतित होने लगी थी। यहीं से उसने जय प्रकाश सिंह की हत्या कराने की ठान ली, ताकि उसकी संपत्ति बिकने से बच जाए।
11 जून को भी दोनों ने जय प्रकाश पर की थी फायरिंग
इसके बाद बहू रंभी ने अपने ससुर के मर्डर की साजिश रची। वो 11 जून को अपने मायके थाना सगुना पहुंची। वहां उसने अपने बहन के लड़के जय प्रकाश शर्मा और अपने भाई के के बेटे प्रिंस से सारी बात कही। पुलिस की माने तो उसी दिन श्याम किशोर शर्मा और प्रिंस कुमार बाइक से दहिभता पहुंचे और जय प्रकाश सिंह पर फायरिंग की। लेकिन गोली जय प्रकाश सिंह की हथेली पर लगी और वो बच गए। पुलिस के मुताबिक इसके जय प्रकाश के बेटे गुलशन ने पिता को पीएमसीएच में एडमिट कराया। जब तक इलाज चला तब तक श्याम किशोर वहीं रहा।
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