लखनऊ. सीएम योगी आदित्यनाथ की कर्मस्थली गोरखपुर में गोरखनाथ मंदिर की सुरक्षा में लगे पुलिसकर्मियों पर जानलेवा हमले के मामले में गिरफ्तार अहमद मुर्तजा अब्बासी अब उत्तर प्रदेश एटीएस की रिमांड पर है. एटीएस ने रिमांड पर लेने के बाद बुधवार को ही उससे सख्ती से पूछताछ करने के साथ मोबाइल तथा लैपटाप को भी खंगाला. इसमें एटीएस को बड़ी सफलता मिली है. अब यूपी एटीएस मुर्तजा अब्बासी के करीबियों को खंगाल रही है.

अहमद मुर्तजा अब्बासी से अब तक पूछताछ में सामने आए तथ्यों के आधार पर एटीएस 12 से अधिक संदिग्ध युवकों से भी पूछताछ कर रही है. उत्तर प्रदेश एटीएस के मुख्यालय में गोरक्षनाथ मंदिर प्रांगण में पुलिसकर्मियों पर हमला करने वाले अहमद मुर्तजा अब्बासी से लगातार दूसरे दिन भी पूछताछ जारी है. रिमांड के दौरान मुर्तजा से पूछताछ में उसके मोबाइल से कई संदिग्ध नंबर मिले हैं. इन नंबरों के आधार पर 40 लोगों की लिस्ट तैयार की गई है. अब इस मामले में पड़ताल में एटीएस के साथ एसटीएफ की टीमें भी लगी हैं.

मोबाइल नंबरों के आधार पर संदिग्ध भूमिका मिलने पर सात जिलों से 12 लोगों को हिरासत में लिया गया है. इन सभी से पूछताछ जारी है. इनमें से एक को सहरानपुर से पकड़ा गया है. उत्तर प्रदेश एटीएस ने अहमद मुर्तजा अब्बासी के सभी बैंक अकाउंट को भी खंगाला है. इनमें हुए ट्राजेक्शन से पता चला है कि खातों से आइएसआइएस के कुछ आतंकियों को पैसा ट्रांसफर किया गया है. मर्जता के खातों से नेपाल के बैंकों से सीरिया के खातों में रकम भेजी गई हैं. ऐसे में मुर्तजा अब्बासी के टेरर फंडिंग में शामिल होने की भी आशंका जताई गई है.

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अहमद मुर्तजा अब्बासी के करीबियों की तलाश में एटीएस ने सात जिलों में छापेमारी की है. इसके बाद कानपुर, दिल्ली, संभल व गोरखपुर से दो-दो गौतमबुद्धनगर से तीन तथा लखनऊ व सहारनपुर से एक-एक युवकों को हिरासत में लिया गया है. इन सभी से भी गोपनीय स्थान पर गहनता से पूछताछ की जा रही है. एटीएस ने मुर्तजा के मोबाइल नंबर के जरिये 40 से अधिक संदिग्ध लोगों की सूची बनाई है, जिनके बारे में पड़ताल शुरू की गई है. मुर्तजा के बैंक खातों में 20 लाख रुपए भी मिले हैं. इसे लेकर अधिकारी कुछ बोलने से कतरा रहे हैं.

एटीएस की टीम आरोपित अहमद मुर्तजा अब्बासी को लेकर बुधवार सुबह एटीएस के मुख्यालय, लखनऊ पहुंची थी. इसके बाद उससे कई चरण में सिलसिलेवार पूछताछ शुरू की गई. गोरक्षनाथ मंदिर परिसर में हमला करने वाला मुर्तजा मुंबई में इंजीनियरिंग की पढ़ाई के दौरान ही कट्टरपंथियों के संपर्क में आ गया था. एडीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया कि आरोपित अहमद मुर्तजा से एटीएस मुख्यालय में अन्य जांच एजेंसियों के अधिकारियों ने भी पूछताछ की है. सामने आए तथ्यों के आधार पर कुछ अन्य लोगों की भूमिका की भी जांच की जा रही है. उससे पूछताछ में सामने आये सभी तथ्यों का सत्यापन कराया जा रहा है.

सामने आया टेरर फंडिंग का मामला

एटीएस की छानबीन में यह भी सामने आया है कि आइएस के आतंकियों के प्रभाव में आकर मुर्तजा ने वर्ष 2012 से 2015 के बीच नेपाल के बैंकों के जरिये बड़ी रकम सीरिया के कुछ खातों में ट्रांसफर की थी. इन तथ्यों की पड़ताल में जुटी एटीएस ने कई बैंक खातों की छानबीन तेज की है. मुर्तजा ने चार बैंक खातों के जरिए आइएस के आतंकियों को रकम भेजी थी. केंद्रीय जांच एजेंसियों के हाथ लगी यह जानकारी यूपी एटीएस से साझा की गई थी. इसके बाद ही वह एटीएस के रडार पर आ गया था. उसके इंटरनेट मीडिया अकाउंट की छानबीन के दौरान चौंकाने वाले तथ्य सामने आए तो जांच तेज की गई. अब मुर्तजा के बैंक खातों के अलावा उसके पैन कार्ड, महाराष्ट्र में बने डीएल व अन्य दस्तावेजों की भी छानबीन चल रही है. मुर्तजा का एक टेलीग्राम अकाउंट भी सामने आया है, जिसकी छानबीन शुरू की गई है. कुछ वेबसाइट व एप के बारे में भी एटीएस ने छानबीन के कदम बढ़ाए हैं.

लखनऊ के बाद मुंबई में पढ़ाई

पड़ताल में यह भी सामने आया कि मुर्तजा ने कक्षा एक व दो की पढ़ाई लखनऊ से की थी. इसके बाद 12वीं तक की पढ़ाई मुंबई में की. वर्ष 2010 में उसने आइआइटी बांबे में दाखिला लिया था. जहां केमिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई के दौरान ही वह सीरिया की आतंकी घटनाओं को देखने लगा था और कट्टरपंथियों के संपर्क में आ गया था.