लखनऊ। देश की गंगा जमुनी तहजीब की अक्सर मिसाल दी जाती है। इस बार बनारस के मुसलमानों ने इसका उदाहरण पेश किया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र बनारस में मुस्लिम राष्ट्रीय मंच द्वारा आयोजित राम जन्मभूमि समर्पण निधि कार्यक्रम में जुटे काशी और आस पास के जिले से आए मुस्लिमों ने अपनी हैसियत के मुताबिक दान दिया। सभी आर्थिक तबकों से जुड़े मुसलमानों ने सौ रुपये से लेकर इक्कीस हजार रुपये तक दान अयोध्या में बनने वाले राम मंदिर के लिए दिया। इस मौके पर मौजूद मुस्लिम समुदाय के लोगों ने राम मंदिर को साझी विरासत का प्रतीक भी बताया।
राम जन्मभूमि पर शिलान्यास के दौरान भगवान श्रीराम के ननिहाल रायपुर से मिट्टी लेकर पैदल यात्रा करने वाले मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के राष्ट्रीय सेवा प्रमुख मोहम्मद फैज खान भी इस मौके पर मौजूद रहे। उन्होंने भी मंदिर निर्माण के लिए दान दिया। इस मौके पर मौजूद मुख्य अतिथि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सदस्य इंद्रेश कुमार ने कहा कि मुस्लिमों ने समर्पण निधि कार्यक्रम आयोजित कर कट्टरपंथियों को करारा जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि राम जन्मभूमि पर सिर्फ मंदिर नहीं बन रहा है बल्कि भारत के संस्कृति का गौरव निर्मित हो रहा है।