मस्जिद (Mosque) के सामने महाराणा प्रताप की मूर्ति लगाने का विरोध हो रहा है. हमीरपुर (Hamirpur) में मुस्लिम सुधार सभा सुजानपुर ने हमीरपुर के उपायुक्त से मुलाकात कर मूर्ति मस्जिद के सामने न लगाकर किसी अन्य स्थान पर लगाने की मांग की है. हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) मुस्लिम सुधार सभा का कहना है कि मस्जिद में आस-पास के इलाके के मुस्लिम नामाज पढ़ने आते है. यदि मस्जिद के सामने महाराणा प्रताप (Maharana Pratap) की मूर्ति होगी तो नफरत की भावना पैदा हो सकती है.

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मुस्लिम सुधार सभा का कहना है कि महाराणा प्रताप की मूर्ति अन्य जगह पर लगाया जाए, उन्हें मूर्ति से कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन मस्जिद के सामने मूर्ति लगाने से नफरत की भावना पैदा हो सकती है.

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मुस्लिम सुधार सभा सुजानपुर के महासचिव रफीक ने कहा कि मस्जिद के सामने महाराणा प्रताप की मूर्ति लगाई जा रही है. शहर सुंदर हो, यह अच्छी बात है, लेकिन मस्जिद के सामने महाराणा प्रताप की मूर्ति को लगाया जाना सही नहीं है. यहां छोटी मस्जिद है तथा कई क्षेत्रों के लोग ईद पर नमाज पढ़ने के लिए आते हैं. ऐसे में हिंदू-मुस्लिम में नफरत की भावना पैदा हो सकती है. इसे अन्य जगह पर स्थापित कर दिया जाए. मूर्ति को लगाए जाने के संदर्भ में उन्हें कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन इसकी जगह बदल दी जाए ताकि भविष्य में कोई विवाद न हो.

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विश्व हिंदू परषिद ने क्या कहा?

विश्व हिंदू परिषद के पदाधिकारी पंकज भारतीय ने कहा कि यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है कि एक प्रखर देशभक्त की केवल मूर्ति लगाने से ही इनमें असुरक्षा की भावना पैदा हो रही है. महाराणा प्रताप का सम्पूर्ण जीवन देश के प्रति आस्था, बलिदान और त्याग का प्रतीक है. यहां मूर्ति लगाने का निर्णय प्रशासन का है और यह स्पष्ट दिखता है कि ये तो कानून और न ही प्रशासन का सम्मान करते हैं.

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