मुजफ्फरपुर। शहर के सकरा थाना क्षेत्र में एक इलेक्ट्रॉनिक दुकानदार के लिए बीती शाम किसी बुरे सपने से कम नहीं रही। रोज़ की तरह दुकान बंद कर वह कार से घर लौट रहे थे लेकिन सीहो चौक-दरधा मार्ग पर अचानक से उनकी राह काले साये बनकर आए बाइक सवार बदमाशों ने रोक दी। हथियार दिखाकर करीब एक लाख रुपये लूट लिए उन्हीं पैसों को जिन्हें वे अपने परिवार की जरूरतों और दुकान के भुगतान के लिए संभालकर ले जा रहे थे। मुशहरी थाना क्षेत्र के बैंकटपुर गांव के रहने वाले पीड़ित ने सकरा थाने पहुंचकर घटना की पूरी जानकारी दी और अज्ञात बदमाशों के खिलाफ लिखित आवेदन भी दे दिया। लेकिन जो उम्मीद लेकर वह पुलिस के पास गए थे वहीं से उन्हें सबसे बड़ा झटका लगा।

थानाध्यक्ष के दो-दो बयान

फोन पर पूछे जाने पर थानाध्यक्ष ने पहले इस घटना से साफ इनकार कर दिया। कुछ देर बाद संपर्क करने पर बयान पलटते हुए कहा कि गाड़ी लगाने को लेकर विवाद हुआ था और यह भी कि लिखित आवेदन नहीं मिला। पीड़ित और स्थानीय व्यवसायी इस विरोधाभासी रवैये से आक्रोश में हैं। उनका कहना है कि अगर पुलिस कप्तान को अपने इलाके की बड़ी घटना की जानकारी तक नहीं है, या वह उसे दबा रहे हैं तो सुरक्षा व्यवस्था पर भरोसा कैसे किया जाए?