मुजफ्फरपुर। बारिश के बाद मच्छरों से फैलने वाली बीमारियों में इजाफा देखने को मिल रहा है और अब मुजफ्फरपुर जिले में डेंगू का खतरा बढ़ता जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार अब तक 9 से अधिक मरीजों में डेंगू की पुष्टि हो चुकी है, जबकि कई अन्य संदिग्ध मरीजों का इलाज विभिन्न अस्पतालों में जारी है। डेंगू के बढ़ते मामलों को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड में आ गया है। सिविल सर्जन डॉ. अजय कुमार ने सभी सरकारी अस्पतालों को सतर्क रहने और डेंगू मरीजों के इलाज के लिए विशेष इंतजाम करने के निर्देश दिए हैं।

एसकेएमसीएच में रोजाना जांच जारी

श्रीकृष्ण मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (SKMCH) की लैब में प्रतिदिन 20 से 30 संदिग्ध मरीजों की जांच की जा रही है। अब तक 9 मरीजों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। बुखार के हर मरीज की रैपिड टेस्ट के जरिए जांच की जा रही है ताकि समय रहते इलाज शुरू किया जा सके।

विशेष वार्ड और मच्छरदानी की व्यवस्था

डेंगू के मरीजों के लिए मॉडल अस्पताल में विशेष वार्ड स्थापित किया गया है, जहां सभी बेड पर मच्छरदानी लगाई गई है। आवश्यकता पड़ने पर बेड की संख्या बढ़ाई जाएगी। एसकेएमसीएच, सदर अस्पताल और सभी पीएचसी में इस दिशा में पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।

प्रभावित क्षेत्रों में फॉगिंग और दवा छिड़काव

डेंगू के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में फॉगिंग और दवा का छिड़काव कराया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग की टीमें प्रभावित इलाकों की लगातार निगरानी कर रही हैं और लोगों को जागरूक भी किया जा रहा है।

सिविल सर्जन की अपील

सिविल सर्जन डॉ. अजय कुमार ने लोगों से अपील की है कि वे घर और आसपास पानी जमा न होने दें ठहरे हुए पानी में मिट्टी का तेल डालें, मच्छरदानी का प्रयोग करें और बुखार की स्थिति में तुरंत जांच कराएं साथ ही, किसी भी तरह की लापरवाही जानलेवा साबित हो सकती है।