Muzaffarpur Litchi मुजफ्फरपुर। लीची फल के बारे में कौन नहीं जानता। यह फल बेहद स्वादिष्ट और रसीला होता है। लीची का वैज्ञानिक नाम लीची चिनेंसिस सोन है जो सैपिन्डेसी परिवार से ताल्लुक रखता हैं।
सबसे अधिक लीची का उत्पादन कहां?
इस फल को खाने का मौसम आ चुका है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि भारत के किस राज्य में सबसे अधिक लीची का उत्पादन होता है। अगर नहीं जानते तो हम आप को आज बताएंगे कि लीची भारत में सबसे ज्यादा कहां होती है।
40 फीसदी से ज्यादा लीची होती है यहां…
वैसे लीची बिहार के अलावा पश्चिम बंगाल, झारखंड, असम, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश में भी होती है, लेकिन बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में सबसे ज्यादा लीची का उत्पादन होता है। यहां पर 40 फीसदी से ज्यादा लीची होती है।
जानें किस राज्य में कितना उत्पादन
बिहार के बाद पश्चिम बंगाल में लगभग 9 से अधिक फीसदी लीची की पैदावार होती है। हालांकि ये राज्य भी बिहार से लगा हुआ है और लीची उत्पादन करने वाला भारत का दूसरा राज्य है। इसके अलावा बिहार से लगा हुआ एक और जिला है जहां पश्चिम बंगाल से कम लीची होती है यहां पर 8.50 से ज्यादा फीसदी लीची का उत्पादन होता है ये राज्य तीसरे नंबर पर आता है। उसके बाद चौथे नंबर पर असम में भी लीची का उत्पादन होता है बताया जाता है कि यहां 8.37 फ़ीसदी लीची का उत्पादन किया जाता है सबसे आखिरी में छत्तीसगढ़ राज्य का नाम आता है यहां पर भी लीची का उत्पादन किया जाता है लेकिन यहां पर अन्य राज्यों के मुकाबले सबसे कम लीची का उत्पादन किया जाता है यहां पर 08.03 लीची उत्पादन होती है।
GI टैग भी मिल चुका है…
बाकी बचे लगभग 25 फीसदी लीची का उत्पादन भारत के अन्य राज्यों में भी होता है। आपको बता दें कि बिहार के मुजफ्फरपुर जिले को लीची उत्पादन के मामलों में GI टैग भी मिल चुका है।
अंग्रेज भी चख रहे स्वाद
भारत से लीची का अधिकांश निर्यात भूटान , संयुक्त राज्य अमेरिका और नेपाल है। बिहार की लीची दुबई, कतर और मलेशिया, लंदन के लोग भी बिहार की लीची का स्वाद ले रहें है।
2000 साल पुराना इतिहास…
लीची फल का इतिहास करीब 2000 साल पुराना है। इस फल को हजारों साल पहले चीन या चाइना में उगाया जाता था। भारत में लीची का आगमन 1800 साल बाद हुआ। भारत में बिहार के मुजफ्फरपुर में लीची की सबसे ज्यादा उत्पादन होता है।
भारत दुनिया दूसरा ऐसा देश
शाही लीची लोगों को बहुत ज्यादा पसंद है। भारत के अलावा अन्य देशों में इसकी डिमांड होने से देश में इसकी खेती बड़े पैमाने में होने लगी। भारत में लीची चीन से आई थी, अब भारत दुनिया दूसरा ऐसा देश है, जहां लीची की सबसे ज्यादा खेती होती है। भारत में बिहार के मुजफ्फरपुर में अकेले ही 40 फीसदी से ज्यादा लीची की खेती होती है।
33 लाख रुपये की बोली लगाई
मुजफ्फरपुर के राष्ट्रीय लीची अनुसंधान केन्द्र में लीची की नीलामी अब तक की सबसे अधिक कीमत पर हुई। इस बार की फसल अच्छी होने के कारण व्यापारी ने 33 लाख रुपये की बोली लगाई। व्यापारी ने कहा कि अभी तक 25 लाख रू भी कभी नहीं मिले, लेकिन इस बार 33 लाख रुपये की बोली लगी है। जिससे मुजफ्फरपुर के राष्ट्रीय लीची अनुसंधान केन्द्र में लीची की नीलामी अब तक की सबसे अधिक कीमत पर हुई।
इन जिलों में होती है लीची
बिहार के मुजफ्फरपुर के अलावा बांका, औरंगाबाद, जमुई, पूर्णिया, पूर्वी चंपारण, मधेपुरा, सीतामढ़ी, पश्चिम चंपारण, मधुबनी, कटिहार और अररिया में लीची की पैदावार होती है। बिहार में भी सबसे अधिक मुजफ्फरपुर में शाही लीची की खेती होती है। यहां पर 12 हजार हेक्टेयर में लीची की खेती की जा रही है।
भूमि लीची के लिए बहुत ही उपयुक्त
बीते साल एक सर्वे के मुताबिक, बिहार के 37 जिलों के अंदर 5005441 हेक्टेयर भूमि लीची के लिए बहुत ही उपयुक्त है। वहीं, 2980047 हेक्टेयर भूमि अन्य फसलों के लिए फायदेमंद है। 1,53,418 हेक्टेयर भूमि लीची की खेती के लिए सबसे अधिक उपयुक्त है। राष्ट्रीय लीची अनुसंधान केंद्र, मुजफ्फरपुर की ओर से जारी की गई सर्वे के बाद बिहार में लीची का रकबा और बढ़ जाएगा। राष्ट्रीय लीची अनुसंधान केंद्र के अनुसार, राज्य में 1,53,418 हेक्टेयर भूमि लीची की खेती के लिए सबसे अधिक उपयुक्त है।
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