जितेंद्र सिन्हा, राजिम- हाई टेक्नोलॉजी के युग में अपनी परंपराओं को जीवंत बनाए रखने के लिए ग्राम नवागांव (बेलाही) के नोहरराम साहू ने अपने पुत्र पुष्कर साहू की बारात बैलगाड़ी से निकाली. इसे देखने के लिए ग्रामवासी अपने-अपने घरों से बाहर निकले. दूल्हे पुष्कर साहू के पिता नोहरराम साहू ने कहा कि बैलगाड़ी की सवारी पुरखों की परंपरा है, जिसे जीवंत बनाए रखने, प्रदूषण से बचाव एवं महंगाई के दौर में यह निर्णय लोगों को एक नया संदेश देता है. इसलिए उन्होंने अपने पुत्र की बारात बैलगाड़ी से निकालने का निर्णय लिया.

इस निर्णय को पुत्र एवं उसके ससुराल वालों ने सहर्ष स्वीकार किया और आज पांच बैलगाड़ी एवं छकरा गाड़ी को सजाकर विधि विधान से ग्राम बुडेनी के बालमुकुंद की सुपुत्री देवकुमारी साहू को बिहाने बारात बैलगाड़ी से निकाली.

बारात को देखकर बुजुर्गों ने अपने जमाने के वैवाहिक कार्यक्रमों का स्मरण किया. जहां-जहां से बैलगाड़ी में बारात निकली, वहां लोगों ने स्वागत किया और दूल्हे ने भी बैलगाड़ी पर खड़े होकर सभी का अभिवादन स्वीकार किया.

इस अवसर पर ग्राम नवागांव के सरपंच हृदयराम साहू, पूर्व सरपंच बिहारीराम, पंच वीरेंद्र साहू, पवन निषाद, रतीराम साहू, बंशीराम निषाद, कृष्णा साहू, गोपी साहू, पीलूराम साहू, महेन्द्र सहित ग्रामवासियों ने प्रशंसा करते हुए स्वागत किया.