रायपुर। प्रदेश के विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों को अच्छी ग्रेडिंग पाने के लिए नैक प्रशिक्षण देगा. प्रशिक्षण कार्यक्रम को नैक द्वारा ही संचालित किया जाएगा. यह निर्णय राज्यपाल के सचिव सोनमणि बोरा और राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद् (NAAC) के निदेशक प्रोफेसर एससी शर्मा के बीच बैठक में लिया गया. यह बैठक गत दिनों नैक के बेंगलुरू स्थित मुख्यालय में हुई.

इस बैठक में बोरा ने कहा कि छत्तीसगढ़ के विश्वविद्यालयों-महाविद्यालयों में नैक ग्रेडिंग का प्रतिशत अपेक्षाकृत कम है. नैक में अच्छी ग्रेडिंग से छत्तीसगढ़ में उच्च शिक्षा का एक नया आयाम मिलेगा. उन्होंने कहा कि यहां के विश्वविद्यालय-महाविद्यालय दूरस्थ आदिवासी क्षेत्रों में स्थित हैं. संस्थान तकनीकी जानकारी के अभाव में अच्छी नैक ग्रेडिंग नहीं पा पाते. उन्होंने आग्रह किया कि नैक द्वारा इन संस्थानों को प्रशिक्षण दिया जाए, जिससे वे अच्छी ग्रेडिंग पा सके.

उनके आग्रह पर यह तय किया गया कि नैक द्वारा जल्द प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा, जिसमें यहां के विश्वविद्यालय-महाविद्यालयों के प्रतिनिधियों को विशेषज्ञों द्वारा एक से दो दिन का प्रशिक्षण दिया जाएगा. कार्यक्रम में राज्यपाल अनुसुईया उइके मुख्य अतिथि के बतौर शामिल होंगी. इस कार्यक्रम का संचालन और क्रियान्वयन नैक द्वारा ही किया जाएगा एवं सम्पूर्ण व्यय नैक द्वारा ही वहन किया जाएगा.

नैक ग्रेडिंग होने से उच्च शिक्षण संस्थाओं को विश्वविद्यालय अनुदान आयोग तथा भारत सरकार की विभिन्न योजनाओं का लाभ मिल पाएगा. उल्लेखनीय है कि महाराष्ट्र में 32 विश्वविद्यालय और 1600 कॉलेज, तमिलनाडु में 43 विश्वविद्यालय और 777 महाविद्यालय, ओड़िशा में 14 विश्वविद्यालय और 282 महाविद्यालय, मध्यप्रदेश में 17 विश्वविद्यालय और 290 महाविद्यालय का नैक ग्रेडिंग हो चुका है और छत्तीसगढ़ में अभी 6 विश्वविद्यालय और 126 महाविद्यालय का ही नैक ग्रेडिंग हुआ है.