दिल्ली। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने मानव संसाधन विकास मंत्रालय का नाम बदलकर शिक्षा मंत्रालय रखे जाने वाले सरकार के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। अब इसके बाद ये मंत्रालय नये नाम से जाना जाएगा।
सोमवार की रात को राष्ट्रपति द्वारा जारी अधिसूचना के मुताबिक, पिछले महीने कैबिनेट की मंजूरी के बाद नई शिक्षा नीति के मसौदे में कुछ अहम बदलाव के चलते यह नाम बदला गया है। गौरतलब है कि देश में नई शिक्षा नीति अगले साल से प्रभावी हो जाएगी। प्रधानमंत्री राजीव गांधी के कार्यकाल के दौरान 1985 में शिक्षा मंत्रालय का नाम एचआरडी मंत्रालय किया गया था। पूर्व प्रधानमंत्री पीवी नरसिंह राव देश के पहले एचआरडी मंत्री बने थे।
अब सरकार ने एक बार फिर से मानव संसाधन विकास मंत्रालय का नाम बदलकर शिक्षा मंत्रालय रख दिया है। सरकार के मुताबिक इस मंत्रालय में शिक्षा से जुड़ी गतिविधियां होने के कारण मानव संसाधन विकास मंत्रालय नाम काफी अप्रासंगिक हो गया था। फिलहाल राष्ट्रपति की इजाजत मिलने के बाद अब मंत्रालय नये नाम से जाना जाएगा।