अरविन्द मिश्रा, बलौदाबाजार। अपराधिक गतिविधियों को छोड़ विगत पांच वर्षों से समाज की मुख्य धारा मे शामिल होकर अच्छा कार्य करने वाले 50 निगरानीशुदा गुंडा-बदमाशों को ईनाम मिला है. पुलिस अधीक्षक दीपक झा के निर्देश पर इनका आपराधिक फाइल नस्तीबद्ध किया गया है. अब छोटी-बड़ी घटना में इनकी थाने में परेड नहीं लगेगी.

मामले की जानकारी देते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पीताम्बर पटेल ने बताया कि बलौदाबाजार जिले के निगरानी बदमाश, माफी बदमाश, गुण्डा बदमाश एवं हिस्ट्रीसीटरों की गुजर-बसर के सबंध में पूछताछ कर वर्तमान में उनके चाल चलन की जानकारी ली गई. जिले में काफी वर्षों से इनका नाम गुंडा व निगरानी बदमाशों के रिकॉर्ड में दर्ज था. उनके रिकॉर्ड की लगातार समुचित जांच व तस्दीक करने के पश्चात इनकी फाइल नस्तीबध्द किया गया है.

35 गुंडा-बदमाशों का रिकॉर्ड अच्छे चाल-चलन के कारण नस्तीबध्द कर दिया गया है. इसी क्रम में 12 निगरानी बदमाशों का नाम अच्छे चाल चलन एवं मुख्यधारा में लौटने के कारण माफी बदमाश की श्रेणी में लाया गया है. वहीं 3 बदमाशों की मृत्यु होने से उनका नाम निगरानी/गुण्डा बदमाशों की सूची से पृथक कर दिया गया है. सभी से कहा गया कि वे खुद अपराध ना करें, वे दूसरों को अपराध करने से रोकें तथा अगर कोई अपराध करता है तो उसकी सूचना तत्काल पुलिस को दें. इससे अब इन लोगों को थाने नहीं बुलाया जाएगा. पुलिस के इस कार्य से आरोपी खुशी-खुशी अपने घर लौटे गए.