रायपुर. छत्तीसगढ़ के तीन दिवसीय दौरे पर पहुंचे संघ प्रमुख मोहन भागवत से राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग के अध्यक्ष नंदकुमार साय ने एकांत में मुलाकात की है. सूत्र बताते हैं कि इस मुलाकात के दौरान नंदकुमार साय ने संघ प्रमुख को छत्तीसगढ़ में आदिवासी समाज के मौजूदा हालातों की सिलसिलेवार जानकारी दी है. चर्चा है कि साय ने मोहन भागवत से आदिवासी समाज के रूख को लेकर भी चर्चा की है.
सूत्र बताते हैं कि भू राजस्व संहिता संशोधन विधेयक को लेकर जिस तरह से आदिवासी समाज का गुस्सा बीजेपी सरकार के खिलाफ फूटा हैं, इसके सियासी समीकरणों को लेकर संघ प्रमुख और नंदकुमार साय की अहम चर्चा हुई है. सूत्रों के मुताबिक पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी की जाति मामले में कमेटी की रिपोर्ट, कोर्ट में फंसा मामला और इस पूरे मामले में राज्य सरकार की भूमिका के मुद्दे पर भी साय ने मोहन भागवत से चर्चा की है.
नौकरशाही को लेकर शिकायत भी
सूत्र बताते हैं कि नंदकुमार साय ने मोहन भागवत से चर्चा करते हुए कहा कि बस्तर में नक्सली उन्नमूलन के नाम पर आदिवासियों को प्रताड़ित किया जा रहा है. साय ने कहा कि बस्तर में संगठन की स्थिति बेहतर नहीं है. सूत्रों के मुताबिक उन्होंने प्रदेश की नौकरशाही को लेकर भी शिकायत की और कहा कि प्रदेश में नौकरशाही हावी है. नौकरशाह जमकर मनमानी कर रहे हैं. सरकार का नौकरशाहों पर जरा भी अंकुश नहीं है.
संघ प्रमुख मोहन भागवत और नंदकुमार साय के बीच मधुर संबंध रहे हैं. इससे पहले भी जब भागवत छत्तीसगढ़ आए थे, उस दौरान भी नंदकुमार साय से उनकी मुलाकात चर्चाओं में थी. उस वक्त मोहन भागवत ने सत्ता में शीर्ष पदों पर काबिज बड़े चेहरों से मुलाकात से परहेज किया था, लेकिन नंदकुमार साय को उन्होंने बुलाकर तमाम मुद्दों पर चर्चा की थी.