रायपुर। छत्तीसगढ़ के पूर्व गृह मंत्री और रामपुर विधायक भाजपा के आदिवासी कृषक नेता ननकीराम कंवर ने किसानों का रकबा कम कर पटवारियों द्वारा कम फसल उत्पादन प्रमाण पत्र बनाने के मामले में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को पत्र लिखा है। पत्र में उन्होंने कहा है कि मामले में खाद्य मंत्री से चर्चा की। जिसमें खाद्य मंत्री ने आश्वस्त करते हुए कहा कि किसी भी किसान के भूमि का रकबा कम नहीं किया जाएगा। पटवारी से फसल प्रमाण पत्र लेना आवश्यक नहीं होगा। बिना फसल प्रमाण पत्र के धान खरीदने की व्यवस्था किया जाएगा । लेकिन प्रशासन के द्वारा शासन के आदेश के विपरीत कार्य किया जा रहा है।
ननकीराम कंवर ने अपने पत्र में यह भी लिखा कि पाली क्षेत्र में धान खरीदी को लेकर किसान व प्रबंधक के बीच मारपीट की घटना घटी है। मेरे गृह क्षेत्र तुमान में भी फसल का रकबा कम किया गया है। कटघोरा व पोड़ी उपरोडा क्षेत्र से भी जो किसान पहरु राम ने वर्ष 2019 में 14 क्विंटल 80 किलो प्रति एकड़ की दर से धान बेचे थे वह इस वर्ष केवल 2 क्विंटल धान बेच पाने के लिए की वैध किया गया है।
इस तरह से कोरबा जिले सहित छत्तीसगढ़ के प्रायः प्रायः सभी जिलों में धान खरीदी केंद्रों में धान खरीदने के लिए किसानों का रकबा कम कर उत्पादन प्रमाण पत्र दिया जा रहा है। जिससे किसान काफी दुखी व आहत हैं। किसान आत्महत्या भी इसी कारण से कर रहे हैं। कई किसान तो ऐसे भी हैं जो मानसिक परेशानी के कारण हृदयाघात से निधन हो गया है। इस तरह से शासन की छवि को खराब करने के लिए प्रशासन कार्य कर रही है एवं किसानों को अनावश्यक परेशानी देते हुए अवैध वसूली का खेल चल रहा है।