इंद्रपाल सिंह, नर्मदापुरम। प्रेमानंद महाराज को एक मुस्लिम युवक ने पत्र लिखा है। जिसमें उसने अपनी किडनी देने की बात कही है। मुस्लिम युवक का कहना है कि सोशल मीडिया पर प्रेमानंद महाराज की एक रील देखकर वह प्रभावित हुआ है। उसने कहा कि जो महाराज हिंदुस्तान को जोड़ने और ऑक्सीजन देने का काम कर रहे हैं उनका जिंदा रहना बहुत जरूरी है।

इस मुस्लिम युवक का नाम आरिफ खान चिश्ती है, जो नर्मदापुरम के इटारसी का रहने वाला है। आरिफ खान ने नर्मदापुरम कलेक्टर और वृंदावन के प्रेमानंद महाराज के आश्रम में किडनी देने के लिये पत्र भेजा है। आरिफ प्रेमानंद महाराज के एक वीडियो से प्रभावित हुआ था। जिसमें महाराज मुस्लिम ख्वाजा बाबा के विषय में बता रहे है।

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आरिफ ने बताया कि कुछ दिन पूर्व एक रील देखी थी, जिसमें प्रेमानंद जी हमारे ख्वाजा के विषय में जानकारी दे रहे थे। मुझे लगा कि यह महाराज दूसरे सेक्टर से आते है और हमारे ख्वाजा के विषय में बड़े अच्छे से बता रहे हैं। फिर महाराज जी की इंस्टाग्राम पर और भी रील देखी। इसके बाद मुझे लगा कि आरिफ खान चिश्ती जिंदा रहे ना रहे लेकिन जो महाराज हिंदुस्तान को जोड़ने की बात कर रहे हैं, उन्हें जिंदा रहना चाहिए।

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इसके बाद यह फैसला लिया कि प्रेमानंद महाराज को अपनी किडनी दूंगा। आरिफ ने कहा कि उनके वीडियो ने इतना प्रभावित किया कि मैंने नर्मदापुरम कलेक्टर और वृंदावन के महाराज प्रेमानंद के आश्रम में किडनी देने के लिए पत्र भी भेज दिया है। आरिफ ने कहा कि जो महाराज हिंदुस्तान को जोड़ने और हिंदुस्तान को ऑक्सीजन देने का काम कर रहे हैं, उनका जिंदा रहना बहुत जरूरी है।

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