रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राजधानी रायपुर स्थित पंडित दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में आयोजित राष्ट्रीय सहकारी सम्मेलन और राष्ट्रीय पुरस्कार वितरण समारोह में शामिल हुए. सहकारिता के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले सहकारी संस्थाओं को पुरस्कृत किया. इस दौरान सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि कुछ काम नहीं मिलेगा तो गोबर बिन लीजिएगा, 30 हज़ार रुपये महीना मिलेगा. साथ ही कहा कि मछली पालन और लाख उत्पादन करने वाले किसानों को ब्याज मुक्त ऋण दे रहे हैं.

इस दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि सहकारी बैंक किसानों का अपना बैंक है. बहुत से सहकारी आंदोलन के चलते किसानों के जीवन में परिवर्तन आया है. हालांकि अब भी सबको जुटना होगा. इसकी मजबूती के लिए यह एक चुनौती है. उसे हमें स्वीकार करना होगा.

सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि एक प्रतिस्पर्धा होनी चाहिए कि किस प्रदेश में सहकारिता आंदोलन कहां बढ़ा है. सीएम ने कहा कि बैल बोझ हो गया, दूध नहीं देने वाली गाय अनार्थिक हो गया है. छत्तीसगढ़ ने फैसला किया कि जो मवेशी है. उसका गोबर खरीदा जाएगा. हर 15 दिन में खरीदा जाएगा. बिजली, गुलाल और पेंट बनाने का काम कर रहे हैं.

बघेल ने कहा कि हमने गौठान को सहकरिता से जोड़ा. हम इससे सहकारिता के आंदोलन को बढ़ा रहे हैं. झारखंड सरकार ने नाम ही गोधन न्याय योजना रखा. हमने गौठान को सहकरिता से जोड़ा. हम इससे सहकारिता के आंदोलन को बढ़ा रहे हैं। झारखंड सरकार ने नाम ही गोधन न्याय योजना रखा।

बैल बोझ हो गया, दूध नहीं देने वाली गाय अनार्थिक हो गया है. छत्तीसगढ़ ने फैसला किया कि जो मवेशी है, उसका गोबर खरीदा जाएगा. हर 15 दिन में खरीदा जाएगा. गोबार से बिजली, गुलाल और पेंट बनाने का काम किया जा रहा है.

इस दौरान सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि दुनिया मे कोई सरकाए नहीं है, जो छत्तीसगढ़ से ज़्यादा कीमत किसानों को धान के बदले दे रही है. आने वाले समय में 2800 रुपये हो जाएगा. अनाज से इएथेनॉल बनाने की अनुमति नहीं मिली है.

सीएम ने कहा कि प्रधानमंत्री से समय मिला तो बात करूंगा. दुनिया में गाय दूध देती है. केवल भारत में वोट दिलाती है. गाय के नाम पर राजनीति हो रही है. मवेशी के लिए अब कोई मवेशी नहीं मांगता.