Mallikarjun Kharge On National Herald Case: नेशनल हेराल्ड केस में सोनिया गांधी और राहुल गांधी (Sonia Gandhi and Rahul Gandhi) को बड़ी कानूनी राहत मिली है। दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी (ED) तो तगड़ा झटका देते हुए चार्जशीट पर संज्ञान लेने से इनकार कर दिया है। नेशनल हेराल्ड मामले में सोनिया और राहुल गांधी को राहत मिलने के बाद कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे बीजेपी पर फायर हो गए हैं। मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि कोर्ट का फैसला मोदी-शाह के मुंह पर तमाचा है। उन्होंने अदालत के फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि हमेशा सत्य की जीत होती है।
मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि यह पूरा मामला राजनीतिक बदले की भावना से गढ़ा गया था, जिसमें कोई दम नहीं था। बिना किसी ठोस आधार के कांग्रेस नेताओं और कई वरिष्ठ लोगों को परेशान करने के लिए ईडी और सीबीआई का दुरुपयोग किया जा रहा है।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि यह फैसला सत्यमेव जयते के नारे को साकार करता है। हम इस फैसले का स्वागत करते हैं। उन्होंने कहा कि वे इस मुद्दे पर ज्यादा नहीं बोलेंगे, क्योंकि पूरी जानकारी कांग्रेस सांसद अभिषेक मनु सिंघवी पहले ही साझा कर चुके हैं। खरगे ने कहा कि नेशनल हेराल्ड अखबार की स्थापना स्वतंत्रता सेनानियों ने की थी, लेकिन आज उसी नाम का इस्तेमाल कर गांधी परिवार को परेशान किया जा रहा है। उन्होंने इसे दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय करार दिया। खरगे ने कहा कि अदालत का यह फैसला नरेंद्र मोदी और अमित शाह के मुंह पर तमाचा है। उन्हें इस्तीफा देकर यह कहना चाहिए कि भविष्य में वे जनता को परेशान नहीं करेंगे।
अभिषेक मनु सिंघवी ने भी लगाए आरोप
वहीं कांग्रेस राज्यसभा सांसद अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि यह पूरा मामला द्वेष, लापरवाही और बिना अधिकार क्षेत्र की कार्रवाई की कहानी है। उन्होंने कहा कि शोर बहुत था, लेकिन उसमें जोर नहीं था। सत्ता के दबाव में यह केस आगे बढ़ाया गया। सिंघवी ने कहा कि यह मामला 2014 में शुरू हुआ था और 2014 से 2021 तक ईडी और सीबीआई की फाइलों में लिखा गया कि इसमें कोई ‘प्रेडिकेट ऑफेंस’ नहीं बनता। इसके बावजूद जून 2021 में अचानक एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी गई।
अदालत ने संज्ञान लेने से किया इनकार
उन्होंने कहा, ‘जब कानूनी नींव ही नहीं थी, तो अदालत में मामला अपने आप गिर गया। सिंघवी ने आरोप लगाया कि बिना एफआईआर के लगभग 80 घंटे तक कार्रवाई की गई, जो कानून और संविधान की भावना के खिलाफ है। उन्होंने इसे जांच एजेंसियों के दुरुपयोग का बड़ा उदाहरण बताया। उन्होंने कहा कि 3 अक्टूबर को एक नई एफआईआर दर्ज की गई है, जिसका कांग्रेस कानूनी तरीके से जवाब देगी। हम हर मंच पर सच सामने लाएंगे।

क्या नेशनल हेराल्ड मामला?
नेशनल हेराल्ड केस में राहुल और सोनिया के अलावा सुमन दुबे, सैम पित्रोदा, यंग इंडियन, डोटेक्स मर्चेंडाइज और सुनील भंडारी को आरोपी हैं। इन पर नेशनल हेराल्ड अखबार की प्रकाशक, एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (AJL) कंपनी की ₹2,000 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति हड़पने का आरोप है। BJP नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने 2012 में दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट में एक याचिका दाखिल करते हुए सोनिया, राहुल और कांग्रेस के ही मोतीलाल वोरा, ऑस्कर फर्नांडीज, सैम पित्रोदा और सुमन दुबे पर घाटे में चल रहे नेशनल हेराल्ड अखबार को धोखाधड़ी और पैसों की हेराफेरी के जरिए हड़पने का आरोप लगाया था।
यह भी पढ़ेंः- ‘एक मूर्ख की वजह से देश इतना नुकसान नहीं झेल सकता…,’ किरेन रिजिजू का राहुल गांधी पर करारा वार, बोले- अब हर बिल पास कराएगी सरकार
Follow the LALLURAM.COM MP channel on WhatsApp
https://whatsapp.com/channel/0029Va6fzuULSmbeNxuA9j0m
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
- खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक



