शंभू बार्डर पर एक साल से भी अधिक समय से किसानों के धरना देने के कारण नेशनल हाईवे अवरुद्ध हो गया है। इससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। आने जाने के लिए लोगों ने गांव के अंदर का रास्ता अपना लिया है लेकिन अब वहां पर भी लोगों के साथ नई मुसीबत खड़ी हो गई है।

बताया जा रहा है कि गांव में रहने वाले ग्रामीण ने अपनी दुकानदारी खोल रखी है। वह वहां से गुजरने वाले हर मुसाफिरों से रोक कर पैसा ले रहे हैं। इस पैसा वसूली के साथ वह यह तर्क दे रहे हैं कि उन्हें सड़क की मरम्मत करना पड़ रहा है जिसके कारण वह यह पर्ची काट रहे हैं।

ग्रामीण इसकी पर्ची काटकर आने जाने वालों को दे भी रहे हैं। हाल ही में एक नया मामला सामने आया है जिसमें एक नागरिक ने ग्रामीणों की अच्छी क्लास ली है जिसके बाद उसे जाने को कह दिए इसके बाद यह मामला पुलिस में चला गया है जिसके बाद सरपंच और कुछ ग्रामीणों के खिलाफ कार्रवाई हुई है।

एसएसपी डॉ नानक सिंह ने कहा कि अवैध पर्ची काटने का मामला ध्यान में आने के बाद केस दर्ज किया गया है। इनमें गांव माड़ू के सरपंच बलजिंदर सिंह, हरमनप्रीत सिंह और हरविंदर सिंह को नामजद किया गया है जबकि तीन अज्ञात व्यक्तियों पर भी मामला दर्ज है। इस मामले में पंचायत व सरपंच की भूमिका की जांच की जा रही है। वहीं दूसरे ओर गांव के सरपंच बलजिंदर सिंह ने बताया कि लगभग एक वर्ष से किसान धरना दे रहे हैं। इस कारण ट्रैफिक इस ओर डायवर्ट हो गया और सड़कें टूट गई हैं। इससे आए दिन दुर्घटनाएं होती रहती हैं।

कई अन्य गांवों ने रास्ते भी बंद कर दिए हैं जिस कारण वाहन अब उनके गांव से गुजरने शुरू हो गए हैं। किसान नेता सरवण सिंह पंधेर से मुलाकात कर हाईवे खोलने की मांग की गई थी पर रास्ता नहीं खोला गया। इसके बाद गांववासियों की ओर से गांव से गुजरने वाले वाहनों पर पर्ची लगाने का सुझाव आया जिसके बाद पर्ची लगाने का निर्णय पंचायत में प्रस्ताव पारित किया गया।