पुरूषोत्तम पात्रा, गरियाबंद। केंद्र सरकार वर्ष 2015 से देवभोग ओड़िसा सीमा से लेकर अभनपुर 195.600 किमी को नेशनल हाइवे 130 सी घोषित कर दिया गया है, पर तकनीकी कारणों का हवाला देकर लगातार सड़क के लिए केंद्र बजट नहीं दे रही थी. विगत दिनों प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल अपने दिल्ली प्रवास के दौरान भूतल एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के साथ भेंट कर प्रदेश के 3 सड़कों को भारत माला योजना में शामिल करने आग्रह किया है. 4 नामों में 130 सी के चौथे चरण के सड़क मदांगमुडा से देवभोग ओड़िसा सीमा (27.600 किमी) का नाम शामिल है.
बताया जा रहा है कि सोमवार को स्टैंडिंग फाइनेंसिंग कमेटी की बैठक दिल्ली में होना है,जहां चर्चा की औपचारिकता के बाद सड़क के लिए प्रस्तावित बजट 120.87 करोड़ को मंजूरी मिल जाएगी. विभाग के एसडीओ ए के श्रीवास्तव ने कहा कि बैठक दिल्ली में होना है,अन्य कोई अधिकृत जानकारी नहीं है,130 सी के प्रथम चरण (अभनपुर से पांडुका) मार्ग के लिए दिसम्बर माह में 193 करोड़ की मंजूरी मिल चुकी थी. उम्मीद है कि चौथे चरण के कार्य को इसी माह मंजूरी मिल जाएगी.
27 किमी के चौथे चरण में नहीं होगा टोल प्लाजाभारत माला योजना में शामिल चौथे चरण के पैकेज 27 किमी का होगा. कुल 120.87 करोड़ का प्रस्ताव भेजा गया है. सिविल कार्य में 84 करोड़ खर्च होंगे,बाकी भूमि अधिग्रहण एव अन्य प्रावधानों पर व्यय होंगे. नेशनल हाइवे में 40 किमी की दूरी पर टोल प्लाजा लगाने का प्रावधान है,पर इसकी दूरी 27 किमी होने के कारण इस पैकेज में कही भी टोल प्लाजा नहीं लगेगा.
चार चरणों मे बंटा है 130 सी,चारों हिस्सों की स्थिति
फर्स्ट फेज
अभनपुर से पांडुका तक 40.400 किमी की दूरी है. इस फेज के लिए दिसम्बर 2020 में 193 करोड़ की स्वीकृति मिली है माह जून के बाद काम होने की संभावना है
सेकेंड फेज
पांडुका से धवलपुर तक 99.800किमी है,सड़क कई जगहों से जर्जर है,पर टू वे होने के कारण राहत भरी सफर तय कर लेते है,वन विभाग के दायरे में अधिकतम दूरी है,इसलिए इस फेज के लिए बजट की स्वीकृति लम्बित है.
थर्ड फेज
धवलपुर से मदांगमुडा तक 69 किमी को तीसरे फेज का नाम दिया गया है. यह पूरा इलाका रिज़र्व फारेस्ट के अधीन आता है,सड़क निर्माण की अनुमति का प्रयास विफल रहा. इन सड़कों की हालत काफी जर्जर है,जिसे देखते हुए नेशनल हाइवे अथर्टी ने नये निर्माण के बजाए पुराने सिंगल वे सड़क पर ही डबल कोड डामरीकरण कार्य की स्वीकृति कराई है. 34 करोड़ की मंजूरी मिली है.जल्द ही इसका काम रायपुर के खेतान कन्सट्रक्शन द्वारा शुरू कर दिया जाएगा.
फोर्थ फेज
मदांगमुडा से खुटगाव ओड़िसा सीमा तक 27.600किमी का हिस्सा है. घने आबादी वाले म इस हिस्से पर जर्जर सड़क कारण लगातार हादसे भी हुए हैं. 12 मीटर चौड़ी बनने वाले इस सड़क के लिए 120.87 करोड़ का प्रस्ताव भेजा गया है. सोमवार को इस प्रस्ताव पर अंतिम मुँहर लगने की उम्मीद है.