नई दिल्ली. गणतंत्र दिवस के मौके पर शुक्रवार को चांदनी चौक में राष्ट्रीय कवि सम्मेलन का आयोजन कला, संस्कृति व भाषा विभाग की हिंदी अकादमी की ओर से किया गया. इसमें देश के कोने- कोने से नामचीन व चर्चित कवियों ने भाग लिया.

इन्हें कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कला, संस्कृति व भाषा मंत्री सौरभ – भारद्वाज ने मफलर पहनाकर  सम्मानित किया. इन कवियों में शामिल पद्मश्री डॉ सुरेंद्र शर्मा, अशोक चक्रधर, डॉ विष्णु  सक्सेना, अरुण जैमिनी, राजेंद्र,  मालवीय, डॉ प्रवीण शुक्ल, सर्वेश अस्थाना और प्रो प्रेम सिंह ने अपने हुनर से सबको रूबरू कराया. इस दौरान टाउन हॉल में मौजूद सैकड़ों लोग उनकी कविताओं को सुन भाव-विभोर हो गए. उन्होंने तालियां बजाकर अपनी प्रतिक्रिया दी.

इस दौरान सौरभ भारद्वाज ने वहां मौजूद दर्शकों के उत्साह की सराहना की और कहा कि ऐसे श्रोताओं को हर कवि अपने सम्मेलनों में देखना चाहता है. साथ ही कहा कि कुछ समस्याओं के चलते इसका आयोजन इस बार चांदनी चौक में करना पड़ा है. वरना इस आयोजन को लाल किले का कवि सम्मेलन कहा जाता है. आयोजकों ने बताया है कि इस कार्यक्रम का मकसद युवा पीढ़ी को प्राचीन संस्कृति के करीब लेकर आना है.