अविनाश श्रीवास्तव/रोहतास। विधिक सेवा प्राधिकार के तत्वावधान में शनिवार को व्यवहार न्यायालय, सासाराम परिसर में राष्ट्रीय लोक अदालत का सफल आयोजन किया गया। इस लोक अदालत का उद्घाटन जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकार रोहतास, अनुज कुमार जैन ने किया। कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र में उन्होंने लोक अदालत की उपयोगिता और महत्व पर विस्तार से प्रकाश डाला।

विवाद निपटारे का प्रभावी वैकल्पिक मंच

जिला जज अनुज कुमार जैन ने अपने संबोधन में कहा कि लोक अदालत विवादों के निपटारे की एक सशक्त और प्रभावी वैकल्पिक व्यवस्था है। यहां छोटे से लेकर बड़े वादों का समाधान आपसी सहमति और संवाद के माध्यम से सरलता से किया जाता है। लोक अदालत के माध्यम से पक्षकारों को शीघ्र न्याय मिलता है और अनावश्यक कानूनी प्रक्रियाओं से बचाव होता है।

समय और खर्च दोनों की बचत

उन्होंने बताया कि लोक अदालत में मामलों के निपटारे से वकील फीस और कोर्ट फीस की बचत होती है। साथ ही न्यायालय और पक्षकार-दोनों का समय भी बचता है। यही कारण है कि लोक अदालत आम लोगों के लिए न्याय पाने का एक सुलभ माध्यम बन चुकी है।

कई मामलों के लिए गठित की गईं बेंच

पक्षकारों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए लोक अदालत में कई बेंचों का गठन किया गया। इनमें बिजली बिल, दीवानी वाद, बैंक ऋण, वैवाहिक एवं पारिवारिक विवाद, राजस्व से जुड़े मामले, दाखिल-खारिज, मुआवजा समेत विभिन्न प्रकार के प्रकरणों का निपटारा किया गया।

अनुमंडलों में भी आयोजन

इसके साथ ही अन्य जिले के अनुमंडलों- डेयरी ऑन सोन और बिक्रमगंज- में भी राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया, जहां सैकड़ों मामलों का निष्पादन किया गया।

कार्यक्रम में रहे मौजूद

इस अवसर पर विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव कुमार कृष्ण देव, मध्य बिहार ग्रामीण बैंक के क्षेत्रीय अधिकारी, रिकवरी अधिकारी, न्यायाधीश, अधिवक्ता एवं अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे।