रायपुर. श्री राम का नाम सुनने के बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी तिलमिला जाती है. वहीं अब उनकी पार्टी की महिला सांसद महुआ मोइत्रा ने राम मंदिर निर्माण के चंदे को लेकर एक विवादित बयान दिया है.

ये बयान उन्होंने एनडीटीवी को दिए हिंदी में अपने इंटरव्यू में दिया है. अपने इस इंटरव्यू में उन्होंने राम मंदिर के लिए चंदा न देने की बात कही है. उन्होंने कहा है कि लोगों को अपने घरों के बाहर क्रास मार्क लगाकर रखना चाहिए. हालांकि फिर जब उन्हें लगा कि उन्होंने गलत कह दिया है तो उन्होंने इसे कवरअप करने की कोशिश की. (महुआ मोइत्रा से जुड़ी एक और खबर पढ़ने यहां क्लिक करें)

जाने कौन है महुआ मोइत्रा और कैसा है विवादों से उनका पुराना नाता

2016 में पहली बार चुनाव लड़ा

महुआ ने अपने जीवन का पहला चुनाव पश्चिम बंगाल विधानसभा के लिए 2016 में लड़ा. वह नादिया के करीमपुर चुनाव क्षेत्र से चुनाव जीतीं और अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी माकपा के समरेंद्र घोष को 16 हजार मतों से हराया. इसके बाद से महुआ मोइत्रा पश्चिम बंगाल विधानसभा की एक बहुत ही सक्षम और मजबूत विधायक के रूप में विख्यात रही हैं.

2019 में लड़ा लोकसभा चुनाव

साल 2019 में महुआ मोइत्रा ने संसदीय चुनाव लड़ने के लिए अपने विधानसभा का सीट छोड़ दी. उन्होंने करीमनगर लोकसभा क्षेत्र से संसद का चुनाव लड़ा और बीजेपी के कल्याण चौबे को 63 हजार से अधिक मतों से पराजित कर संसद पहुंची हैं.

पहले ही भाषण से चर्चाओं में आई

एनआरसी मामले पर संसद में सरकार पर हमला कर महुआ अपने पहले भाषण में ही अपने विरोधियों की प्रशंसा का भी हकदार बन गई हैं. संसद के नव निर्वाचित सांसदों में वह सबसे प्रतिभाशाली सांसद मानी जाती हैं.

विवादों में भी रही है महुआ

साल 2015 में महुआ उस समय विवादों में घिर गईं जब राष्ट्रीय चैनल पर हो रहे एक बहस में उन्होंने अपनी मध्यमा (बीच की ऊंगली) दिखाई. 2017 में उन्होंने बीजेपी संसद बाबुल सुप्रियो के ख़िलाफ मानहानि का मुकदमा दर्ज किया और उन पर टीवी पर हो रहे एक बहस में ‘महुआ महुआ पीकर बेहोश है’ कहने का आरोप लगाया.

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