National Stock Exchange: पिछले दो-तीन सालों में भारतीय शेयर बाजार में काफी तेजी देखने को मिली है. हालांकि इस दौरान काफी उतार-चढ़ाव भी आए, लेकिन ग्राहकों की संख्या लगातार बढ़ती रही. वहीं, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ने इतिहास रच दिया है.

एनएसई के कुल ग्राहकों की संख्या 20 करोड़ (200 मिलियन) को पार कर गई, यह आठ महीनों में एक प्रभावशाली वृद्धि है. आठ महीने पहले एनएसई पर 16.9 करोड़ खाते थे, यानी अक्टूबर में नए खातों की संख्या में जोरदार इजाफा हुआ है.

National Stock Exchange: ग्राहकों की संख्या के मामले में महाराष्ट्र पहले स्थान पर

एनएसई ने एक विज्ञप्ति में कहा कि राज्यवार आधार पर महाराष्ट्र सबसे ज्यादा 3.6 करोड़ खातों के साथ पहले स्थान पर है. इसके बाद 2.2 करोड़ खातों के साथ उत्तर प्रदेश दूसरे, 1.8 करोड़ खातों के साथ गुजरात तीसरे और 1.2 करोड़ खातों के साथ राजस्थान और पश्चिम बंगाल दोनों तीसरे स्थान पर हैं.

सामूहिक रूप से, इन राज्यों में कुल ग्राहक खातों का लगभग 50 प्रतिशत हिस्सा है, जबकि शीर्ष दस राज्य कुल का लगभग तीन-चौथाई प्रतिनिधित्व करते हैं.

ग्राहक आधार में वृद्धि में डिजिटल ने भूमिका निभाई

हमने अपने निवेशक आधार में एक और उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल की है, एक्सचेंज ने फरवरी में लगभग 17 करोड़ की गिनती से केवल आठ महीनों में लगभग तीन करोड़ कुल खातों की वृद्धि देखी है, NSE के मुख्य व्यवसाय विकास अधिकारी श्रीराम कृष्णन ने कहा.

यह असाधारण वृद्धि डिजिटल परिवर्तन और तकनीकी नवाचार द्वारा संचालित भारत की विकास कहानी में निवेशकों के दृढ़ विश्वास को दर्शाती है.

National Stock Exchange: ग्राहकों में वृद्धि का श्रेय मोबाइल ट्रेडिंग को दिया जाता है

ग्राहकों में वृद्धि का श्रेय मोबाइल ट्रेडिंग को व्यापक रूप से अपनाने और सरकार की डिजिटल पहलों द्वारा समर्थित निवेशकों की बढ़ती जागरूकता को भी दिया जा सकता है. इन कारकों ने प्रभावी रूप से बाजार पहुंच को लोकतांत्रिक बनाया है.

विशेष रूप से टियर 2, 3 और 4 शहरों के निवेशकों को लाभ हुआ है. अब डिजिटल के माध्यम से, छोटे शहरों के निवेशक भी शेयर बाजार के गणित को जानकर आसानी से निवेश कर सकते हैं.

NSE भारत का पहला एक्सचेंज था जिसने इलेक्ट्रॉनिक, स्क्रीन-आधारित ट्रेडिंग को लागू किया. इसका परिचालन 1994 में शुरू हुआ और सेबी के आंकड़ों के अनुसार, 1995 से प्रत्येक वर्ष इक्विटी शेयरों के कुल और औसत दैनिक कारोबार के मामले में इसे भारत में सबसे बड़ा स्टॉक एक्सचेंज माना जाता है.