हेमंत शर्मा,रायपुर। राजधानी रायपुर में शुक्रवार से आदिवासी कला के रंग और नृत्यों की शानदार प्रस्तुतियों आगाज होने वाला है. इस दौरान साइंस कॉलेज मैदान में आदिवासी थाप पर पूरा देश थिरकेगा. इस महोत्सव में 6 देशों सहित 25 राज्यों के आदिवासी कलाकार एक मंच पर अपनी संस्कृति को जीवंत करेंगे. महोत्सव का उद्घाटन कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी करेंगे. जबकि अति विशिष्ट अतिथि के तौर पर प्रियंका गांधी सहित अन्य नेता मौजूद होंगे. प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल कार्यक्रम की अध्यक्षता करेंगे.
प्रदेश के संस्कृति विभाग द्वारा जारी प्रस्तावित कार्यक्रम के अनुसार महोत्सव के पहले दिवस 27 दिसम्बर को 11.45 बजे से कलाकारों की प्रस्तुति होगी. शुरुआत विवाह एवं अन्य संस्कार, पारंपरिक त्यौहार एवं अनुष्ठान, फसल कटाई व कृषि तथा अन्य पारंपरिक विधाओं पर नृत्य प्रतियोगिताएं होंगी. असम के कलाकारों द्वारा बागरूंगा नृत्य प्रस्तुत की जाएगी. तेलंगाना के कलाकारों द्वारा कोया नृत्य, झारखण्ड के कलाकारों द्वारा छाऊ नृत्य, ओड़िसा के कलाकारों द्वारा सिंगारी नृत्य और गुजरात के कलाकरों द्वारा सिद्दी नृत्य प्रस्तुत की जाएगी. शुभारंभ अवसर पर लद्दाख,कर्नाटक,अरुणाचल प्रदेश,बेलारूस और छत्तीसगढ़ के कलाकारों द्वारा रंगारंग प्रस्तुतियां दी जाएंगी.
उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ में पहली बार राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है. यह महोत्सव अब अंतर्राष्ट्रीय महोत्सव का रूप ले लिया है. तीन दिवसीय इस नृत्य महोत्सव में देश के 25 राज्य एवं केन्द्रशासित प्रदेशों के साथ ही 6 देशों के लगभग 1350 से अधिक प्रतिभागी अपनी जनजातीय कला संस्कृति का प्रदर्शन करेंगे. इस महोत्सव में 39 जनजातीय प्रतिभागी दल 4 विभिन्न विधाओं में 43 से अधिक नृत्य शैलियों का प्रदर्शन करेंगे. राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव में आंध्रप्रदेश के 40 कलाकार भाग लेंगे. ये कलाकार चार अलग-अलग दल में आंध्रप्रदेश के प्रसिद्ध पारंपरिक दिम्सा नृत्य, कोम्मू नृत्य, लंबाड़ा नृत्य और चेंचू नृत्य की प्रस्तुति देंगे. साथ ही उत्तराखण्ड, अरूणाचल प्रदेश, हिमांचल प्रदेश, पश्चिम बंगाल, ओडिसा, गुजरात, तेलंगाना, कर्नाटक, मध्यप्रदेश, जम्मू, उत्तरप्रदेश, तमिलनाडू आदि राज्यों के लोक कलाकार महोत्सव में भाग लेने रायपुर पहंुच चुके है.