गुरदासपुर, पंजाब। अगले साल 2022 में पंजाब में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. इसे लेकर सभी पार्टियों ने कमर कस ली है. फिलहाल आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल भी लगातार पंजाब का दौरा कर रहे हैं और जमकर चन्नी सरकार पर निशाना साध रहे हैं. इससे पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू भड़क गए हैं. केजरीवाल ने कहा था कि सिद्धू उनकी पार्टी में आना चाहते हैं. इस बयान के सामने आने के बाद से सिद्धू केजरीवाल से चिढ़े हुए हैं. गुरुवार को गुरदासपुर जिले के कादियां पहुंचे सिद्धू ने केजरीवाल और AAP का जमकर मजाक उड़ाया. सिद्धू ने सीएम फेस को लेकर तंज कसते हुए कहा कि केजरीवाल को पंजाब में कोई दूल्हा (CM चेहरा) तो मिल नहीं रहा और बारात अकेले नाच रही है.

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सिद्धू ने कादियां रैली में अरविंद केजरीवाल की ओर से पंजाब के अलग-अलग वर्गों को दी जा रही गारंटी को भी झूठा और गुमराह करने वाला बताया. अकाली नेता बिक्रम सिंह मजीठिया का नाम लिए बगैर नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि साढ़े 4 साल तक वह तस्करों से लड़ते रहे. रेत माफिया का मुकाबला किया, तब यही केजरीवाल तस्करों के आगे घुटने टेककर माफी मांगता रहा.

 

पंजाब की महिलाओं को भिखारी समझा है क्या ? 

 

अरविंद केजरीवाल के पंजाब की महिलाओं को हर महीने 1-1 हजार रुपए देने की घोषणा पर भी सिद्धू ने तंज कसा. उन्होंने कहा कि क्या पंजाब की महिलाओं को भिखारी समझा है ? केजरीवाल मुझे बताए कि उसकी कैबिनेट में कोई महिला मंत्री क्यों नहीं है ? दिल्ली में कितनी महिलाओं को पैसे दिए ? अगर दिए होंगे, तो मैं राजनीति ही छोड़ दूंगा.

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सिद्धू ने कहा कि केजरीवाल कहता है कि पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार बनने पर 26 लाख नौकरी देगा. इतनी नौकरियां देने के लिए 93 हजार करोड़ रुपए की जरूरत पड़ेगी. अगर पंजाब की 18 साल से अधिक उम्र की सभी महिलाओं को एक-एक हजार रुपए देने हों तो 12 हजार करोड़ रुपए की जरूरत होगी. बिजली मुफ्त देने के लिए 3600 करोड़ रुपए चाहिए. यह सब मिलकर 1.10 लाख करोड़ रुपए हो गया, जबकि पंजाब का बजट ही 72 हजार करोड़ रुपए हैं. इनमें से 70 हजार करोड़ रुपए कर्मचारियों के वेतन-पेंशन और कर्ज चुकाने में चले जाते हैं, फिर केजरीवाल अपनी इन घोषणाओं को पूरा करने के लिए पैसा कहां से लाएगा ? ​​​​