चंड़ीगढ़। कांग्रेस नेता और पूर्व क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू ने अपनी ही पार्टी की सरकार के खिलाफ हमला तेज कर दिया है. सिद्धू ने आरोप लगाया कि विधायकों के बीच एक आम सहमति है कि पंजाब को कांग्रेस के बजाय बादल द्वारा चलाया जा रहा है. उन्होंने एक दिन पहले ही आरोप लगाया था कि मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह की अक्षमता के कारण सरकार को 2015 कोटकपुरा पुलिस गोलीबारी मामले में हार मिली है. उन्हीं के कारण पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय के आदेश को स्वीकार करने के लिए मजबूर होना पड़ा.
बीते दिनों हाई कोर्ट ने घटना की एसआईटी जांच रिपोर्ट को खारिज कर दी थी, जो कि पंजाब के फरीदकोट में एक धार्मिक ग्रंथ के अनादार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के दौरान हुई थी. इस फैसले के बाद अमृतसर से विधायक सिद्धू ने पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था. इसके बाद मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने इसे अनुशासनहीनता बताया था. बता दें कि कुछ हफ्ते पहले ही सिद्धू ने पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह से चाय पर चर्चा की थी.
सिद्धू ने रविवार को एक ट्वीट में आरोप लगाया कि विधायकों के बीच यह आम सहमति है कि कांग्रेस सरकार के बदले में बादल सरकार शासन कर रही है. अक्सर हमारे विधायकों और पार्टी कार्यकर्ताओं की बात सुनने की बजाय नौकरशाही और पुलिस बादल परिवार की इच्छाओं के अनुसार काम करती है. सरकार जनता के कल्याण के लिए नहीं बल्कि माफिया राज जारी रखने के लिए कार्य करती है.
कांग्रेस ने 2017 के विधानसभा चुनावों में दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का वादा किया था. पिछले महीने मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के साथ उनके फार्म हाउस में एक बैठक में पार्टी के कई विधायकों ने उनसे दोषियों को शीघ्र न्याय के कटघरे में लाने का आग्रह किया था.