चंडीगढ़। पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने अपना इस्तीफा सोनिया गांधी को भेजा और उसके बाद ट्विटर पर इसे पोस्ट किया. पंजाब विधानसभा चुनावों में पार्टी की करारी हार के बाद पंजाब कांग्रेस के नेताओं के बीच आरोप-प्रत्यारोप के बीच कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पांच राज्यों के पीसीसी अध्यक्षों से इस्तीफा मांगा था. नवजोत सिंह सिद्धू को पंजाब विधानसभा चुनाव से पहले ही अध्यक्ष बनाया गया था और वह इस पद पर 8 महीने रहे.

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पांचों राज्यों के कांग्रेस अध्यक्ष से सोनिया ने मांगा था इस्तीफा

हाल ही में पांच राज्यों उत्तर प्रदेश, पंजाब, गोवा, मणिपुर और उत्तराखंड में हुए विधानसभा चुनावों में कांग्रेस को मिली करारी हार के बाद कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पार्टी के प्रदेश अध्यक्षों से इस्तीफा देने के लिए कहा. पार्टी के महासचिव रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, गोवा और मणिपुर के पीसीसी अध्यक्षों से कहा है कि वे पीसीसी के पुनर्गठन की सुविधा के लिए अपना इस्तीफा दें. इस्तीफा देने वाले राज्यों में नवजोत सिद्धू (पंजाब), गणेश गोदियाल (उत्तराखंड), नामिरकपम लोकेन सिंह (मणिपुर), अजय कुमार लल्लू (यूपी) और गिरीश चोडनकर (गोवा) शामिल हैं.

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पंजाब विधानसभा चुनाव में कांग्रेस महज 18 सीटों पर सिमटी

बता दें कि पंजाब विधानसभा चुनाव में आप को 117 सीटों में से 92 सीटों पर जीत हासिल हुई थी. इस चुनाव में कांग्रेस ने महज 18 सीटें जीती हैं और 2017 में उसके द्वारा जीती गई 77 सीटों में भारी गिरावट आई है, जबकि शिरोमणि अकाली दल (शिअद) केवल 3 सीटों पर जीत हासिल कर पाई है. बीजेपी को 2, बसपा को 1 और अन्य के खाते में 1 सीट आई है.

अपनी सीट भी नहीं बचा पाए नवजोत सिंह सिद्धू

उम्मीदवारों के एक वर्ग ने चुनाव परिणामों पर चर्चा करने के लिए मालवा क्षेत्र के विधायकों की आंतरिक बैठक में पार्टी के निराशाजनक प्रदर्शन के लिए कार्यवाहक चरणजीत सिंह चन्नी के अलावा सिद्धू को दोषी ठहराया था. यह सिद्धू के लिए एक झटके के रूप में देखा जा रहा है. क्योंकि वह आप की जीवनजोत कौर से अपनी अमृतसर (पूर्वी) सीट हार गए हैं और पीपीसीसी के पद से उनका इस्तीफा उनके राजनीतिक भविष्य पर सवालिया निशान लगा देगा.