रायपुर. आज से चैत्र नवरात्रि शुरू हो गई है. आज 6 बड़े शुभ योग में घटस्थापना होगी, जिसके लिए दिनभर में 3 मुहूर्त हैं. हर साल नवरात्रि के पहले दिन चित्रा नक्षत्र और वैधृति योग पड़ता है, जिसके चलते घट स्थापना के लिए कुछ ही घंटों का मुहूर्त निकल पाता है. इस बार ऐसा नहीं है, इसलिए सूर्यास्त से पहले तक किसी भी मुहूर्त में कलश स्थापना कर सकेंगे.

आज षड महायोग में नवरात्रि शुरू हो रही है. शंख, हंस, शुक्ल, बुधादित्य, गजकेसरी और कुलदीपक नाम के शुभ योग का बनना समृद्धि का संकेत है. सूर्योदय के वक्त सूर्य के साथ चंद्र, बुध और गुरु, ये चारों ग्रह एक ही राशि में मौजूद रहेंगे. इनमें से तीन ग्रहों का उत्तरा भाद्रपद नक्षत्र में होना शुभ फलदायी रहेगी. षड महायोग और ग्रहों का ऐसा संयोग कई सालों में बनता है.

चैत्र नवरात्रि व्रत के नियम

  • व्रत रखने वाले को बेड पर सोने के बजाय जमीन पर सोना चाहिए. अगर आप जमीन पर नहीं सो पा रहे हैं तो लकड़ी के तख्त पर सोए.
  • चैत्र नवरात्रि व्रत के नियम व्रत रखने वाले को आज के दिन अधिक भोजन नहीं करना चाहिए. कोशिश करें सेंधा नमक भी ना खाएं. व्रत करने वाले आज केवल फल का सेवन करें.

इस मंत्र से करें मां शैलपुत्री को खुश

चैत्र नवरात्रि के प्रथम दिन मां शैलपुत्री की पूजा होती है. मां शैलपुत्री दुर्गा के नौ रूपों में पहला रूप हैं. आज के दिन माता रानी को खुश करने के लिए ॐ देवी शैलपुत्र्यै नमः॥ वन्दे वाञ्छितलाभाय चन्द्रार्धकृतशेखराम्। वृषारुढां शूलधरां शैलपुत्रीं यशस्विनीम्॥ मंत्र का जाप करना चाहिए.

जानें पूजा विधि

पूजन में हमेशा लाल रंग के आसन का उपयोग करना उत्तम होता है. आसन लाल रंग का ऊनी होना चाहिए. घर के पूजा स्थान में भगवती दुर्गा, भगवती लक्ष्मी, मां सरस्वती के चित्रों की स्थापना करके उनको फूलों से सजाकर पूजन करें. नौ दिनों तक माता का व्रत रखें. अगर शक्ति न हो तो पहले,चौथे, आठवें दिन का उपवास करें.