Navratri and Navgrah Remedies: हर साल नवरात्रि के नौ दिन मां दुर्गा के नौ अलग-अलग स्वरूपों की पूजा की जाती है, जिन्हें नवदुर्गा कहा जाता है. इन नौ दिनों का खास महत्व इसलिए भी है क्योंकि हर दिन मां दुर्गा के एक रूप का संबंध हमारे जीवन में प्रभाव डालने वाले नौ ग्रहों से जुड़ा होता है. इन्हीं ग्रहों को नवग्रह कहा जाता है. हिंदू ज्योतिष के अनुसार, हमारे जन्म की कुंडली में ग्रहों की स्थिति हमारे जीवन की खुशियों, दुखों, सफलता या विफलता को प्रभावित करती है. लेकिन कभी-कभी ग्रहों की खराब स्थिति से कई परेशानियां आ जाती हैं, जैसे दुख, रोग या आर्थिक नुकसान. नवरात्रि में मां दुर्गा की पूजा इसीलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि उनकी नौ शक्तियां नौ ग्रहों के बुरे प्रभावों को कम करती हैं और जीवन में सकारात्मक ऊर्जा लाती हैं.
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कौन-कौन से ग्रह शांत होते हैं (Navratri and Navgrah Remedies)
नवरात्रि के पहले दिन जो मां शैलपुत्री की पूजा होती है, उसका संबंध सूर्य ग्रह से है. दूसरे दिन ब्रह्मचारिणी मां की पूजा राहु ग्रह के लिए की जाती है. इसी तरह तीसरे दिन चंद्रघंटा मां चंद्र ग्रह के लिए हैं. चौथे दिन कुश्मांडा मां केतु ग्रह के लिए, पांचवे दिन स्कंदमाता मां सूर्य ग्रह की शांति के लिए, छठे दिन कात्यायनी मां बुध ग्रह की शांति के लिए, सातवें दिन कालरात्रि मां शनि ग्रह के लिए, आठवें दिन महागौरी मां गुरु ग्रह के लिए और नौवें दिन सिद्धिदात्री मां शुक्र ग्रह के लिए पूजा होती है.
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