Navratri Nine Rivers Puja: देशभर में शारदीय नवरात्र का पर्व आस्था और परंपरा के साथ मनाया जा रहा है. इस खास मौके पर देवी आराधना के विविध रूप दिखाई दे रहे हैं, जिनमें एक विशिष्ट विधि है नौ नदियों का पूजन. यह परंपरा प्राचीन काल से देवी उपासना से जुड़ी रही है, जिसमें जल तत्व और प्रकृति को ऋण स्वरूप पूजा जाता है.

पूजन की शुरुआत कलश स्थापना से होती है, जिसमें पवित्र जल के साथ गंगाजल, यमुना जल या अन्य पवित्र नदियों के जल का स्मरण कर आह्वान किया जाता है. अगर सभी नदियों का जल उपलब्ध न हो, तो भावपूर्वक नम-जप और संकल्प किया जाता है हे गंगा, यमुना, सरस्वती, नर्मदा, गोदावरी, सिंधु, कावेरी, कृष्णा, सरयू, आपकी पवित्रता और ऊर्जा इस पात्र में आए.

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Navratri Nine Rivers Puja
Navratri Nine Rivers Puja

9 नदियों की पूजा करने के लाभ (Navratri Nine Rivers Puja)

तन और मन की शुद्धि: यह विधि तन, मन और घर को शुद्ध करती है, जिससे एक सकारात्मक और दिव्य वातावरण का निर्माण होता है.

अपार आशीर्वाद: नौ नदियों की पूजा करने से देवी का आशीर्वाद मिलता है, जो घर में सुख, समृद्धि और शांति सुनिश्चित करता है.

आध्यात्मिक शक्ति: यह आध्यात्मिक शक्ति प्रदान करती है और प्रकृति के प्रति भक्ति और सम्मान की भावना जगाती है.

पर्यावरण जागरूकता: यह जल के महत्व और उसके प्रति सम्मान की भावना को बढ़ावा देकर पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता भी बढ़ाती है.

मनोकामनाओं की पूर्ति: यह पूजा सभी इच्छाओं की पूर्ति में मदद करती है और जीवन से सभी बाधाओं को दूर करती है.

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