Navratri Special, अभिषेक सेमर: बिलासपुर जिले के तखतपुर क्षेत्र में स्थित माँ अपराजिता का मंदिर इस नवरात्रि में श्रद्धालुओं के स्वागत के लिए तैयार है. विजयपुरगढ़ में स्थित यह मंदिर, अपनी ऐतिहासिक धरोहरों के साथ, माता को उनके नौ रूपों में पूजा जाता है. यहाँ के लोग माँ को महामाया, अपराजिता, और महिषमर्दिनी के नाम से जानते हैं.
हर वर्ष की तरह इस बार भी नवरात्रि के दौरान विशेष आयोजन किए जाएंगे. भक्तों के लिए माता का यह अद्भुत स्वरूप और उनकी कृपा प्राप्त करने का एक सुनहरा अवसर है. माता के नौ रूपों में पूजने से भक्तों की मनोकामनाएँ पूर्ण होती हैं और उन्हें आत्मिक शांति मिलती है.
मंदिर के प्रबंधन ने इस बार भी नवरात्रि के अवसर पर सजावट, प्रकाश और अन्य सुविधाओं का विशेष ध्यान रखा है. यहाँ भक्तों की संख्या हर वर्ष बढ़ती जा रही है, और पिछले वर्षों की तरह इस बार भी 8,000 से 10,000 श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है.
विशेषताएँ:
विजयपुर किला मंदिर के पास स्थित घीव कुंड, जहाँ स्नान करने से चर्म रोगों में राहत मिलती है, भक्तों के बीच एक प्रमुख आकर्षण है. यह कुंड 100 फीट की ऊँचाई पर स्थित है, और इसकी विशेषता यह है कि यह हमेशा पानी से भरा रहता है.
मंदिर परिसर में अन्य दर्शनीय स्थल भी हैं, जैसे अष्टभुजी दुर्गा मंदिर, राम जानकी जी का मंदिर, और भैरव बाबा का मंदिर. हर साल नवरात्रि में यहाँ विशेष पूजा-अर्चना और ज्योति कलश प्रज्ज्वलित करने का आयोजन किया जाता है, जिससे वातावरण भक्ति और श्रद्धा से सराबोर हो जाता है. (Navratri Special)
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