रायपुर. कोडार जलाशय (महासमुंद) में छत्तीसगढ़ नौसेना यूनिट एनसीसी ने रविवार से सैलिंग एक्स्पीडेसन कैंप का आयोजन किया.10 दिवसीय इस सैलिंग कैम्प में कैडेट्स बेसिक नेविगेशन, डायरेक्शन फाइंडिंग, सैल रीगिंग, सैलिंग बोट हेंडलिंग तकनीक और आपदा प्रबंधन आदि मुख्य बिन्दुओं पर प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे. इन मुख्य प्रशिक्षण बिन्दुओं के साथ साथ कैडेट सामाजिक कायों जैसे स्वच्छता कैम्प, प्राप्त करेंगे और साथ-साथ स्वच्छ भारत अभियान, केंसर/तम्बाकू उन्मूलन व जागरूकता रैली, वर्षा जल संरक्षण इत्यादि सामजिक कार्यों में भी भाग लेंगे.

कमांडर श्रवण कुमार खुंटिया की निगरानी व एनसीसी ग्रुप रायपुर के ग्रुप कमांडर कर्नल रूपेन्द्र सिंह के तत्वावधान में आयोजित सैलिंग कैंप में छत्तीसगढ़ के विभिन्न कालेजों के 35 बॉयज कैडेट और 25 गर्ल्स कैडेट भाग ले रहे हैं. कैंप कमांडेंट श्रवण कुमार खुंटिया और डिप्टी कैंप कमांडेंट विंग कमांडर वी विशाल (इंडियन एयरफोर्स) ने ओपनिंग एड्रेस कैंप के बारे मे बताया कि सैलिंग कैंप कैडेट के लिए चुनौती पूर्ण होने के साथ ही साथ साहसिक और अत्यंत रोमांचक भी होता है. कैंप का मुख्य लक्ष्य कोडार जलाशय में विभिन्न दिशाओं में सैलिंग के जरिये 300 से भी अधिक किलोमीटर की दूरी तय कर के विभिन्न गांव तक पहुंच कर सामाजिक जागरूकता का कार्यक्रम संपन्न करना है.

इस केम्प में नेवल यूनिट रायपुर के 3 बोट  (27 डीके व्हेलर) और एक रेस्क्यू बाउट को 11 अक्टूबर को खास इस सैलिंग केम्प के प्रयोजन से विवेकानंद सरोवर रायपुर से कोडार जलासय में शिफ्ट किया गया हैं. दिग्विजय कालेज राजनांदगाँव के एनसीसी अधिकारी सब लेफ्टिनेंट विकास कांडे और सेठ फूलचंद कालेज राजिम से सब लेफ्टिनेंट पूनम सिंह केडेट्स के देख रेख के लिए कैंप में नियुक्त हैं.

यूनिट के मुख्य प्रशिक्षक पेटी अफसर टी प्रकाश और कैम्प सी एच एम भूपेन्द्र सिंह चौहान ने पहले दिन के सैलिंग एक्सपीडिशन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि केडेट्स को कैंप कमांडेंट ओपनिंग एड्रेस के बाद 10 दिन के कैंप में सैलिंग के दौरान सुरक्षा और बचाव पर जानकारी दी गई. सैल रिगिंग प्रशिक्षण के बाद दोपहर में कैडेट्स और नौसेना स्टाफ 30 किलोमीटर का अभ्यास सैलिंग किये, जिसमें जलाशय का सैलिंग के लिए आवश्यक डाटा प्राप्त किये और कोडार डैम के बारे में स्थानीय लोगों से जानकारी लिये.